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तालिबान बलपूर्वक शासन नहीं कर सकता: अफगान अधिकारी

By भाषा | Updated: August 19, 2021 21:40 IST

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इस्लामाबाद, 19 अगस्त (एपी) अफगानिस्तान के प्रमुख नेताओं और अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने चेतावनी दी है कि अगर तालिबान सरकार पिछली गलतियों को दोहराती है तो वह लंबे समय तक नहीं टिकेगी। अफगान संसद के अध्यक्ष मीर रहमान रहमानी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने इस सप्ताह पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और अन्य सरकारी एवं सैन्य अधिकारियों से मुलाकात के बाद बृहस्पतिवार को इस्लामाबाद में पत्रकारों से बात की। तालिबान के काबुल में घुसने और अफगानिस्तान पर कब्जा करने के एक दिन बाद सोमवार को अफगान का प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तानी राजधानी पहुंचा था। अफगानिस्तान के पूर्व उप राष्ट्रपति मोहम्मद यूनिस कानूनी ने कहा कि अफगानिस्तान में भविष्य की सरकार सभी जातीय समूहों की भागीदारी के साथ समावेशी होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हम एक पार्टी या समूह द्वारा एक नियम का विरोध करते हैं।’’ एक प्रमुख राजनीतिज्ञ खालिद नूर ने कहा कि तालिबान अफगानिस्तान में बलपूर्वक शासन नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि उन्होंने बलपूर्वक सत्ता संभाली है, लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि अगर वे लोगों के अधिकारों का सम्मान नहीं करते हैं तो उनका शासन अल्पकालिक होगा। अफगान प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में सलाहुद्दीन-रब्बानी, अहमद जिया मसूद और अहमद वली मसूद शामिल हैं।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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