श्रीलंका के नवनियुक्त विदेश मंत्री जीएल पीरिस ने सोमवार को कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने में ‘निरंतर सहयोग’ और द्विपीय देश में बौद्ध सांस्कृतिक स्थलों के संरक्षण एवं प्रोत्साहन के लिए 1.5 करोड़ डॉलर की पेशकश के लिए भारत की प्रशंसा की। विदेश मंत्रालय ने यहां जारी बयान में कहा कि पीरिस और भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले के बीच यहां हुई बैठक में दोनों पक्षों ने भारत और श्रीलंका के संबंधों के महत्व को रेखांकित किया जो समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं। उन्होंने सहयोग के मौजूदा स्तर पर संतोष व्यक्त किया और विभिन्न क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंध को और उच्च स्तर पर ले जाने का संकल्प लिया। बयान में कहा गया कि पीरिस ने कोविड-19 महामारी के दौरान भारत द्वारा किए गए निरंतर समर्थन की प्रशंसा की। उन्होंने भारतीय नौसेना के पोतों के जरिये भारत के पूर्वी बंदरगाह से तरल ऑक्सीजन की खेप आपात स्थिति में पहुंचाने के लिए भारत सरकार का धन्यवाद किया। कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग के मुताबिक सोमवार को चेन्नई से 40 टन ऑक्सीजन श्रीलंका पहुंचा। वहीं 20 अगस्त से 23 अगस्त के बीच भारत ने 180 टन ऑक्सीजन श्रीलंका को भेजा है। पीरिस और वागले के बीच हुई चर्चा के केंद्र में धार्मिक पर्यटन रहा। बयान में कहा गया, ‘‘विदेश मंत्री पीरिस ने भारत सरकार द्वारा श्रीलंका में मौजूद बौद्ध सांस्कृतिक केंद्रों के प्रोत्साहन और संरक्षण के लिए 1.5 करोड़ डॉलर की पेशकश की प्रशंसा की और इसे यथाशीघ्र लागू करने की इच्छा जताई।’’ बयान के मुताबिक दोनों पक्षों ने भारत-श्रीलंका संयुक्त आयोग की जल्द बैठक बुलाने की संभावना पर चर्चा की। आयोग की आखिरी बैठक वर्ष 2016 में हुई थी।
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