इस्लामाबाद:पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ब्रिटिश अखबार डेली मेल द्वारा शरीफ परिवार से संबंधित लेख के लिए माफी मांगे जाने के बाद पूर्व पीएम इमरान खान के जबरदस्त हमला बोला है। पीएम शरीफ ने राजधानी इस्लामाबाद में प्रेस कांफ्रेंस करके आरोप लगाया कि इमरान खान और उनका पार्टी के गुर्गे शरीफ खानदान की बेअदबी करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सोमवार को कहा कि पीटीआई चीफ इमरान खान और उनके समर्थक जिस तरह से डेली मेल विवाद को उछालकर शरीफ परिवार का मजाक बना रहे थे, उससे मुल्क को एहसास हो गया है कि वो बेहद पत्थर दिल शख्सियत हैं। इमरान खान को भ्रष्टाचार के कटघरे में खड़ा करते हुए पीएम शरीफ ने कहा कि घड़ी बेचने वाले हम पर कीचड़ उछाल रहे थे।
उन्होंने कहा, "मुल्क इस बात का जान चुका है कि इमरान खान ने वह घड़ी बेची है, जिसे सऊदी क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान ने उन्हें प्रधानमंत्री रहते हुए तोहफे में दी है। इससे घटिया और क्या हो सकता है कि मुल्क की नुमाइंदगी करते समय मिले तोहफों को उन्होंने अपनी जागीर समझी और ऐसा किया। हमें तो इस बात पर हैरत होती है कि उन्होंने पाक काबा की तस्वीर वाली घड़ी बी बेच दी।"
पीएम शहबाज ने आक्रामक होते हुए कहा, "मैं कभी भी'धोखाधड़ी' जैसे अल्फाज का इस्तेमाल नहीं करता, लेकिन घड़ी विवाद में इमरान की पार्टी ने जिस दुकान के मालिक की रसीद जारी की है, उसने भी अब कह दिया है कि जो रसीद पीटीआई द्वारा पेश की जा रही है, उस रसीद पर उसकी लिखावट नहीं है।"
उन्होंने कहा कि मुल्क को आज यह बहुत ही गंभीरता से सोचना चाहिए कि ऐसे व्यक्ति ने पाकिस्तान पर शासन कैसे किया, जिसने न केवल धोखाधड़ी की है बल्कि पाकिस्तान को विदेश नीति के मोर्चे पर शर्मसार किया है और देश को आर्थिक तबाही की ओर ले गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इमरान खान अब भी बड़ी बेशर्मी के साथ शरीफ परिवार को डेली मेल के लेख के लिए शर्मसार कर रहे हैं लेकिन वो ये बात मुल्क को नहीं बता रहे हैं कि उसी डेली मेल ने पिछले रविवार को जो दस लाख कॉपियां छापी हैं, उसमें उन्होंने बाकायदा शरीप परिवार से मांगे गये माफीनामा को भी प्रकाशित किया है। यह पाकिस्तान के खिलाफ एक बहुत बड़ी साजिश थी, लेकिन अल्लाह की दया और मुल्क के आवाम की दुआ से यह गलत साबित हुई है।"
उन्होंने कहा, इमरान और उनके गुर्गे सोचते हैं कि अगर इससे पाकिस्तान की साख को धक्का पहुंचता है तो इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि उनका मसकद केवल शरीफ परिवार को जलील करने का था।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब 2019 में डेली मेल में वह विवादित लेख प्रकाशित हुआ था, तो उस समय इमरान खान खुद और उनकी सरकार के मंत्री इसे लेकर बहुत खुश थे और उसी के आधार पर शरीफ परिवार की बेअदबी कर रहे थे। लेकिन अब जब डेली मेल ने माफी मांग ली है तो अपने किये पर पछतावे की बजाय वो फिर से आरोप लगा रहे हैं, इससे पता चलता है कि सत्ता की चाहत में इमरान खान किसी हद तक जा सकते हैं।