लाइव न्यूज़ :

सऊदी अरब: छात्राएं परीक्षा हॉल में अब नहीं पहन सकती है अबाया-लगाया गया बैन, नियमों के अनुरूप ड्रेस कोड को फॉलो करना हुआ जरूरी

By आजाद खान | Updated: December 22, 2022 09:29 IST

इससे पहले क्राउन प्रिंस ने महिलाओं के पहनावे को लेकर बोला था और कहा था कि, ''कानून शरिया (इस्लामी कानून) के कानूनों में बहुत स्पष्ट और निर्धारित हैं कि महिलाएं पुरुषों की तरह सभ्य, सम्मानजनक कपड़े पहनें।''

Open in App
ठळक मुद्दे सऊदी अरब ने छात्राओं की परीक्षा हॉल में अबाया पहनने पर रोक लगा दी है। यही नहीं छात्राओं को नियमों के अनुरूप ड्रेस कोड के पालन को जरूरी बताया गया है। इससे पहले 2018 में सरकार ने यह एलान किया था कि अब से अबाया कानूनी रूप से लागू नहीं होगा।

रियाद:सऊदी अरब सरकार ने परीक्षा के दौरान पारंपरिक सऊदी पोशाक अबाया पहनने पर बैन लगा दिया है। यह बैन सऊदी शिक्षा और प्रशिक्षण मूल्यांकन आयोग (ETEC) द्वारा लगाया गया है। यही नहीं आयोग ने यह भी कहा है कि केवल अबाया बैन हुआ है, छात्राओं को स्कूल ड्रेस पहनने पर कोई फैसला नहीं सुना गया है और न ही इसके नियमों में कोई भी बदलाव हुआ है। 

ऐसे में इसका मतलब यह हुआ कि छात्राओं को स्कूल में स्कूली ड्रेस पहनना होगा। आयोग के अनुसार, महिलाओं को सभ्य और सम्मानजनक कपड़े पहननी चाहिए। आपको बता दें कि महिलाओं के हक को लेकर सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान काफी गंभीर है और यही कारण है कि वे उनके अधिकार के हक में फैसला से रहे है। 

आयोग ने क्या फैसला दिया है

आयोग ने 18 दिसंबर को इस बात का एलान किया है कि छात्राओं को परीक्षा के दौरान अबाया या नकाब पहनने पर रोक लगा दी गई है। दरअसल, सऊदी अरब की डालिया नामक एक लड़की ने ईटीईसी को एक ट्वीट किया था जिसमें वह यह सवाल पूछी थी कि क्या परीक्षा के दौरान हिजाब पहनने की अनुमति है? 

आपको बता दें कि उत्तरी अफ्रीका, अरब प्रायद्वीप और कई मुस्लिम देशों में अबाया पहना जाता है। अबाया हिजाब की तरह ही होता है जो सिर से लेकर पैर तक ढाकता है और यह ढीला भी होता है। 

इस पर जवाब देते हुए ईटीईसी ने ट्वीट किया है और इस बात का खुलासा किया है कि परीक्षा के समय हिजाब या अबाया की जरूरत नहीं है। ईटीईसी ने जवाब देते हुए ट्वीट किया और कहा, ''परीक्षा देने के समय लबादा पहनना मना है। परीक्षा स्थलों में शालीनता बनाए रखने के लिए नियमों के अनुरूप ड्रेस कोड का पालन जरूरी है।'' 

अबाहा के बारे में पहले ही छूट दे चुकी है सरकार

आपको बता दें कि साल 2018 में ही सऊदी सरकार ने यह एलान कर दिया था कि अबाया अब कानूनी रूप से लागू नहीं होगा। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान द्वारा यह कदम उठाया गया था। यही नहीं सऊदी अरब महिलाओं के अधिकार को लेकर काफी गंभीर दिखाई दे रहा है और इनके हक में फैसले भी ले रहा है। 

सरकार ने महिलाओं को सार्वजनिक खेलों में भाग लेने की भी अनुमति दी है साथ में उनके द्वारा कार चलाने के बैन को भी हटा दिाय है। महिलाओं के पेहनावे पर बोलते हुए 2018 में क्राउन प्रिंस ने कहा था कि, ''कानून शरिया (इस्लामी कानून) के कानूनों में बहुत स्पष्ट और निर्धारित हैं कि महिलाएं पुरुषों की तरह सभ्य, सम्मानजनक कपड़े पहनें।'' 

टॅग्स :सऊदी अरबकारवुमन ड्राइविंग
Open in App

संबंधित खबरें

क्राइम अलर्टDelhi: वसंत कुंज में मर्सिडीज ने 3 लोगों को कुचला, एक की मौत, ड्राइवर गिरफ्तार

क्राइम अलर्टRoad Accident: दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे पर फास्टैग की पेमेंट करने कार से उतरा शख्स, ट्रक ने टक्कर के बाद घसीटा; मौत

भारतRed Fort Blast: फरीदाबाद से टैक्सी ड्राइवर हिरासत में, NIA ने घर से बरामद किया यूरिया पीसने वाला ग्राइंडर; डॉ. मुजम्मिल से कनेक्शन

भारतSaudi Arabia bus crash: बस में 01 ही परिवार की 3 पीढ़ियों के 18 सदस्य सवार, पत्नी, बेटे, तीन बेटियों और पोते-पोतियों के साथ मदीना जा रहे थे शेख नजीरुद्दीन

भारतSaudi Tragedy: हैदराबाद से  54 जायरीन 9 नवंबर को जेद्दा गए थे और 23 नवंबर को लौटना था?, तेल टैंकर से टक्कर और 45 की मौत, वीडियो

विश्व अधिक खबरें

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्वएलन मस्क की चिंता और युद्ध की विभीषिका