नई दिल्ली: रूस ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन ने रूस को क्रीमिया से जोड़ने वाले 19 किलोमीटर लंबे समुद्री पुल हमला करके इसे उड़ाने की कोशिश की है। रूसी अधिकारियों का कहना है कि केर्च पुल पर यूक्रेन द्वारा किए गए हमले के में दो लोगों की मौत हो गई है। रूस द्वारा स्थापित क्रीमिया संसद के प्रमुख ने इस हमले के लिए "कीव में आतंकवादी शासन" को जिम्मेदार ठहराया है।
रूसी सोशल मीडिया पर इस पुल पर हमले की ही चर्चा हो रही है जो रूसी मुख्य भूमि को क्रीमिया से जोड़ता है। केर्च पुल क्रीमिया के जिस हिस्से को रूस से जोड़ता है उस पर रूस ने पिछले साल कब्जा कर लिया था और अब उस पर अपना दावा करता है। क्रीमिया एक सामरिक महत्व वाली जगह है और रूस को इससे जोड़ने के लिए एकमात्र केर्च पुल ही रास्ता है। रूसी अधिकारियों ने कहा है कि हमले के लिए सरफेस ड्रोन का सहारा लिया गया। हमले के बाद थोड़ी देर के लिए पुल पर यातायात रोका गया लेकिन अब यह पुनः बहाल कर दिया गया है।
रूसी आरोपों पर यूक्रेन की तरफ से अस्पष्ट प्रतिक्रिया दी गई है। क्रेनी सुरक्षा सेवाओं ने केर्च ब्रिज हमले के संबंध में एक आधिकारिक बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि विस्फोट के बारे में सभी विवरण जीत के बाद घोषित किए जाएंगे। यूक्रेनी सरकार के लिए यह सामान्य प्रथा है कि वह खुले तौर पर ऐसे हमलों में अपनी संलिप्तता स्वीकार नहीं करती है। वे अक्सर अस्पष्ट बयान देते हैं जिससे पता चलता है कि यूक्रेनी सेनाएं उनके पीछे हो सकती हैं। सामरिक महत्व के केर्च ब्रिज पर इससे पहले भी अक्टूबर 2022 में हमला हो चुका है।
इस ताजा घटनाक्रम के बाद दोनों देशों के बीच तनाव और ज्यादा बढ़ने की आशंका है। हाल ही में अमेरिका द्वारा यूक्रेन को क्लस्चर बम देने के बाद भी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि रूस के पास क्लस्टर बम का "पर्याप्त भंडार" है और चेतावनी दी कि यदि यूक्रेन ने विवादास्पद हथियार का इस्तेमाल किया तो उसके पास भी ‘‘जवाबी कार्रवाई करने का अधिकार’’ है। अब रूस को क्रीमिया से जोड़ने वाले 19 किलोमीटर लंबे समुद्री पुल पर हमले के बाद तनाव एक बार पिर से भड़क सकता है और रूस यूक्रेन के खिलाफ व्यापक संहार वाले हथियारों का इस्तेमाल भी कर सकता है।