नई दिल्ली: भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने गुरुवार को उन दावों का खंडन किया कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की हालिया रूस यात्रा भारत-रूस रणनीतिक संबंधों को नुकसान पहुंचाएगी।
उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि शी जिनपिंग की रूस यात्रा को लेकर तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं और उनका विश्लेषण किया जा रहा है। भारतीय विशेषज्ञों का कहना है कि रूस-चीन संबंध रूस-भारत सामरिक संरेखण को प्रभावित करेंगे। रूसी दूत ने इसे इच्छाधारी सोच कहकर टाल दिया।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "शी जिनपिंग की रूस यात्रा के नतीजों के इन दिनों विश्लेषण की प्रचुरता। ऐसा लगता है जैसे विभिन्न प्रतिष्ठित भारतीय विशेषज्ञ रूस-चीन संबंधों का सपना देख रहे हैं जो रूस-भारत सामरिक संरेखण को नुकसान पहुंचा रहे हैं। ये एक इच्छाधारी सोच का मामला है।"
शी जिनपिंग 20 से 23 मार्च तक रूस की तीन दिवसीय यात्रा पर थे। मॉस्को में शी ने पुतिन के साथ मुलाकात की, एक राजकीय यात्रा जिसने यूक्रेन में युद्ध के बीच अपने राष्ट्रों के घनिष्ठ संबंधों को उजागर किया, जिस पर कीव और उसके पश्चिमी सहयोगियों द्वारा बारीकी से नजर रखी गई थी।