मॉस्कोः रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के साथ हुई परमाणु संधि को मंगलवार निलंबित करने का किया ऐलान किया। पुतिन ने संघीय विधानसभा में कहा कि अमेरिका के साथ हुई 'न्यू स्टार्ट संधि' में रूस अपनी भागीदारी को निलंबित कर रहा है। पुतिन ने जोर देकर कहा कि अगर अमेरिका परमाणु हथियारों का परीक्षण करता है तो रूस को भी ऐसे परीक्षणों के लिए तैयार रहना होगा। बकौल पुतिन- इस संधि का उद्देश्य परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को सीमित करना है।
अमेरिका और रूस के बीच 'न्यू स्टार्ट' संधि 2010 में हुई थी
गौरतलब है कि अमेरिका और रूस के बीच 'न्यू स्टार्ट' संधि 2010 में हुई थी। इसके तहत दोनों देश 1,550 परमाणु हथियार और 700 मिसाइल-बॉम्बर्स से अधिक की तैनाती नहीं कर सकते हैं। 2011 में प्रभावी हुई इस संधि को 2021 में 5 साल के लिए बढ़ाया गया था। लेकिन पुतिन ने इस संधि को रद्द करने का ऐलान कर दिया है।
पुतिन ने यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच पश्चिमी देशों पर रूस को बर्बाद करने का आरोप लगाया
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच पश्चिमी देशों पर रूस को बर्बाद करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "हम यह समस्या शांतिपूर्वक तरीके से सुलझाने के लिए हर संभव कदम उठा रहे थे, लेकिन हमारी पीठ पीछे एक अलग ही योजना बनाई जा रही थी।"
व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका को निशाने पर लिया
पुतिन ने अमेरिका की जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि पश्चिम एक स्थानीय संघर्ष को वैश्विक टकराव के एक चरण में बदलने का इरादा रखता है। पुतिन ने कहा कि 'पूरी दुनिया में केवल अमेरिका में कई सैन्य आधार हैं। मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि ... दुनिया के किसी भी देश के पास संयुक्त राज्य अमेरिका जितना विदेशों में सैन्य ठिकाना नहीं हैं। बकौल पुतिन- यूक्रेनी सरकार पश्चिमी देशों के हितों की सुरक्षा कर रही है।
रूस का साथ चीन ने दिया तो विश्व युद्ध होगाः जेलेंस्की
उधर, रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि हम चाहते हैं कि चीन हमारी तरफ हो। एक जर्मन न्यूजपेपर से जेलेंस्की ने कहा कि, "हमारे लिए यह जरूरी है कि चीन इस युद्ध में रूस का समर्थन न करे। हम चाहेंगे कि चीन हमारी तरफ हो। लेकिन अगर चीन रूस के साथ जाता है तो एक विश्व युद्ध होगा और चीन इससे वाकिफ है।''