Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच आज युद्ध का ग्यारहवां दिन है। रूसी सेना यूक्रेन में रॉकेट और मिसाइलों से तबाही बरसा रही हैं। अब भले ही यूक्रेन का दावा हजारों रूस के सैनिकों को मारने का दावा कर रही हो लेकिन, यह भी सच्चाई है कि जहां युद्ध होता है वहां के नागरिकों को उसकी ज्यादा कीमत चुकानी पड़ती है। खासकर जब युद्ध की आँच शहरों के बीच रिहायशी इलाकों में पहुंच चुकी हो।
रविवार को संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि रूस-यूक्रेन के संघर्ष के बीच यूक्रेन के दस लाख से अधिक लोगों ने यूक्रेन इसलिए छोड़ दिया है क्योंकि वे इस युद्ध में अपनी जान बचा सकें। पश्चिमी सीमा से लगे पड़ोसी देशों में यूक्रेनियन नागरिक शरण ले रहे हैं। शरण लेने वालों में अधिकांश महिलाएं, बूढ़े और बच्चे शामिल हैं। जबकि इस युद्ध में सैकड़ों यूक्रेनियन मारे जा चुके हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा, सुरक्षा की तलाश में अब 1 मिलियन से अधिक लोग यूक्रेन छोड़कर चले गए हैं, और लाखों लोगों के उनके साथ देश छोड़कर जाने की संभावना है। UNHCR के हेड फिलिपो ग्रांडी के मुताबिक पड़ोसी देश में अब तक यूक्रेनी शरणार्थियों की संख्या 12 लाख को पार कर गई है।
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा रूसी सैनिकों पर बलात्कार के आरोप भी लगाए हैं। उन्होंने 4 मार्च को लंदन के चैथम हाउस में एक कार्यक्रम में कहा था कि रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के शहरों में बलात्कार किया है। हालांकि, कुलेबा ने इस संबंध में कोई सबूत या पीड़िताओं के बयान पेश नहीं किए। अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कुलेबा के इस दावे की अभी तक पुष्टि नहीं हो सकी है।