नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच पांचवें दिन भी युद्ध जारी है। इस बीच यूक्रेन के लाखों नागरिक खासकर महिला, बच्चे और बुजुर्ग देश छोड़कर दूसरे मुल्कों में शरण ले रहे हैं। जबकि युवा आबादी रूस की सेना के खिलाफ जंग लड़ने के लिए देश में रुकी है। संयुक्त राष्ट्र के मित्र देश यूक्रेन की सैन्य मदद न करके हथियारों और अन्य प्रकार की सहायता कर रहे हैं।
इस बीच भारत की ओर से भी यूक्रेन को मदद भेजी जाएगी। भारत की ओर से भेजी जाने वाली यह मदद मानवीय होगी। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा, हम दवाओं सहित मानवीय सहायता यूक्रेन को भेजेंगे।
फिलहाल भारत के सामने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों और नागरिकों को बचाने की प्राथमिकता है। इसके लिए भारत सरकार की ओर से मिशन गंगा चलाया गया है, मिशन के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकाला जाएगा।
सोमवार को चार केंद्रीय मंत्री को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया जाएंगे। इसके अलावा किरन रिजिजू स्लोवाक रिपब्लिक, हरदीप पुरी हंगरी और वीके सिंह पोलैंड जाएंगे।
दरअसल इस समय यूक्रेन में फंसे सभी भारतीयों को यूक्रेन के पड़ोसी देश पोलैंड, हंगरी, रोमानिया से रोड परिवन के जरिए लाया जा रहा है फिर इन देशों से उन्हें निकालने की प्रक्रिया चल रही है।