नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान की पाक फौज के साथ जारी टकराहट एक बार फिर सुखियों में है। इमरान खान सेना के वरिष्ठ अधिकारी जनरल फैसल नसीर पर उनकी जान लेने की साजिश रचने का आरोप लगा चुके हैं। इमरान के आरोपों के बाद पाकिस्तान सेना के मीडिया विंग आईएसपीआर ने इसे खारिज करते हुए कहा था कि इमरान ऐसा अपने राजनीतिक हित साधने के लिए कर रहे हैं। आईएसपीआर ने इमरान खान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी थी।
अब पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान ने फिर से आईएसपीआर पर पलटवार किया है और कहा है कि ब भी जांच होगी मैं साबित कर दूंगा कि जनरल फैसल नसीर ही वह आदमी था जिसने मेरा कत्ल करवाने की कोशिश की।
इमरान खान ने कहा, "आईएसपीआर साहब, मेरी बात गौर से सुनो। इज्जत कौम में हर शहरी की होनी चाहिए। इस वक्त कौम की सबसे बड़ी पार्टी का अध्यक्ष हूं। पचास साल से लोग मुझे जानते हैं। मुझे झूठ बोलने की जरूरत नहीं है। इस आदमी ने दो बार मेरा कत्ल करने की कोशिश की। जब भी जांच होगी मैं साबित करूंगा कि ये वो आदमी थी। और इस आदमी के साथ कई लोग हैं। आईएसपीआर साहब जब एक इदारा अपनी काली भेड़ों के खिलाफ एक्शन लेता है तो वो अपनी क्रेडिबिलिटी बेहतर करता है। जो संस्था भ्रष्टाचारियों और गलत काम करने वालों को पकड़ती है तो उसका क्रेडिबिलिटी मजबूत होती है।"
इमरान खान ने आगे कहा, "मैं मानसिक रूप से तैयार हूं। अगर आपको जेल में डालना है तो मैं तैयार हूं। ये जो डर्टी हैरी ने प्लान बनाया हुआ है इसके साथ पूरा टोला है। सबको पता है कौन इसके साथ है। अगर इनके हाथ में मेरी जान जानी है तो मैं उसके लिए भी तैयार हूं। दुनिया कहती है कि पाकिस्तान के हाताल उससे भी खराब हैं जैसे श्रीलंका के थे। अगर ये कौम फट गई तो आप खुद को छुपाते फिरेंगे।"
इमरान खान ने कहा कि अगर इन चोरों, डाकुओं की गुलामी करनी पड़े तो मैं अल्लाह से दुआ करता हूं कि मुझे ऊपर ले जाए। इनकी गुलामी से मौत बेहतर है।