लाइव न्यूज़ :

G7 समिट में जेलेंस्की, मेलोनी, मैक्रॉन और पोप से पीएम मोदी ने की मुलाकात, जानें बड़े अपडेट

By मनाली रस्तोगी | Updated: June 14, 2024 21:58 IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी7 शिखर सम्मेलन के आउटरीच सत्र को भी संबोधित किया।

Open in App
ठळक मुद्देप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी7 शिखर सम्मेलन के आउटरीच सत्र को भी संबोधित कियाउन्होंने नेताओं के साथ महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर चर्चा कीमोदी इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के निमंत्रण पर 50वें जी7 शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी7 शिखर सम्मेलन के लिए इटली में हैं, जहां वह विश्व नेताओं के साथ कई प्रमुख द्विपक्षीय बैठकें कर रहे हैं। उन्होंने नेताओं के साथ महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। मोदी इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के निमंत्रण पर 50वें जी7 शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। 

जानें बड़े अपडेट

शिखर सम्मेलन इटली के अपुलीया क्षेत्र में शानदार बोर्गो इग्नाज़िया रिसॉर्ट में आयोजित किया जा रहा है। भारत को एक आउटरीच देश के रूप में G7 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया गया है और लगातार तीसरी बार प्रधान मंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद यह पीएम मोदी की पहली विदेश यात्रा है।

प्रधानमंत्री ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन, ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक और पोप फ्रांसिस के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं। उन्होंने इटली की प्रधान मंत्री जियोर्जिया मेलोनी से मुलाकात की है और उनके साथ बातचीत करने का कार्यक्रम है।

पीएम मोदी और पोप गले मिले। प्रधान मंत्री ने पोप फ्रांसिस को भारत आने के लिए आमंत्रित किया और कहा कि वह लोगों की सेवा करने और ग्रह को बेहतर बनाने की उनकी प्रतिबद्धता की प्रशंसा करते हैं।

जेलेंस्की के साथ बैठक के बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह एक सार्थक बैठक थी और भारत यूक्रेन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए उत्सुक है। रूस के साथ युद्ध पर पीएम ने दोहराया कि भारत मानव-केंद्रित दृष्टिकोण में विश्वास रखता है।

मैक्रॉन के साथ पीएम की बैठक का विवरण देते हुए, विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने एक्स पर पोस्ट किया, "रणनीतिक साझेदारी को नए स्तर पर ले जाना! पीएम मोदी ने इटली के अपुलिया में 50वें G7 शिखर सम्मेलन से इतर फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों से मुलाकात की।"

उन्होंने आगे कहा, "दोनों नेताओं ने रक्षा, परमाणु, अंतरिक्ष, शिक्षा, जलवायु कार्रवाई, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे, महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों, कनेक्टिविटी और संस्कृति सहित साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने प्रमुख वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।"

अपने प्रस्थान वक्तव्य में पीएम मोदी ने कहा था कि उन्हें खुशी है कि प्रधानमंत्री के रूप में अपने तीसरे कार्यकाल में उनकी पहली विदेश यात्रा जी7 शिखर सम्मेलन के लिए इटली की थी।

उन्होंने अपने बयान में कहा, "मैं 2021 में जी20 शिखर सम्मेलन के लिए अपनी इटली यात्रा को गर्मजोशी से याद करता हूं। पिछले साल प्रधान मंत्री मेलोनी की भारत की दो यात्राएं हमारे द्विपक्षीय एजेंडे में गति और गहराई लाने में सहायक थीं। हम भारत-इटली रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और भारत-प्रशांत और भूमध्यसागरीय क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

जी7 नेताओं की बैठक में अपने शुरुआती संबोधन में मेलोनी ने कहा कि ग्लोबल साउथ को एक मजबूत संदेश भेजने के लिए दक्षिणी इटली को आयोजन स्थल के रूप में चुना गया था। 

उन्होंने कहा, "यह कोई संयोग नहीं है कि हम अपुलीया में शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहे हैं। हमने ऐसा इसलिए किया क्योंकि अपुलीया दक्षिणी इटली का एक क्षेत्र है और हम जो संदेश देना चाहते हैं वह यह है कि इटली की अध्यक्षता में जी7, वैश्विक दक्षिण के देशों के साथ अपनी बातचीत को मजबूत करना चाहता है।"

टॅग्स :नरेंद्र मोदीवोलोदिमीर जेलेंस्कीइमेनुअल मेक्रोPope Francisऋषि सुनक
Open in App

संबंधित खबरें

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतModi-Putin Talks: यूक्रेन के संकट पर बोले पीएम मोदी, बोले- भारत न्यूट्रल नहीं है...

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

भारतपीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को भेंट की भगवत गीता, रशियन भाषा में किया गया है अनुवाद

विश्व अधिक खबरें

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्वएलन मस्क की चिंता और युद्ध की विभीषिका