प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिश्केक में एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन से भी मुलाकता की। पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए दोनों के बीच रिश्तों के सभी पहलुओं की समीक्षा की। शंघाई सहयोग संगठन (SCO) का शिखर सम्मेलन 13-14 जून को किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में हो रहा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ''विशेष साझेदार, विशेष संबंध। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन से बिश्केक में एससीओ सम्मेलन से इतर मुलाकात की। रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं की समीक्षा की।’’
विदेश मंत्रालय ने कहा, अमेठी में एके-203 की फैक्ट्री लगाने लिए पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन को धन्यवाद कहा है। सितंबर की शुरुआत में रूस में होने वाले ईस्टर्न इकॉमिक फोरम की बैठक में पीएम मोदी को राष्ट्रपति पुतिन ने आमंत्रित किया है।
विदेश मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी है कि एनर्जी, मैनपावर, ट्रेड, भारतीय रेल के मॉडर्नाइजेशन, डिफेंस आदि के मुद्दे पर रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा हुई है। इसके अलावा भारत के स्किल्ड संसाधन के इस्तेमाल पर भी चर्चा हुई है। विदेश मंत्रालय की ओर से यह भी कहा गया है कि किसी भी इंटरनैशनल और रीजनल मुद्दे पर इस बैठक में चर्चा नहीं हुई।
मोदी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सम्मेलन में भाग लेने के लिए 13 जून को किर्गिस्तान की राजधानी पहुंचे थे। प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रपति पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच त्रिपक्षीय मुलाकात भी हुई। पिछले महीने भारत में लोकसभा चुनाव में भाजपा की जबरदस्त जीत के बाद मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात थी।
शंघाई सहयोग संगठन (SCO) का शिखर सम्मेलन 13-14 जून को किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में हो रहा है। इस बैठक में वैश्विक सुरक्षा और आर्थिक सहयोग को लकेर बात होगी साथ ही साथ ये यात्रा मध्य एशियाई देशों के साथ भारत के संबंधों को मजबूती प्रदान करेगा।