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Pakistan Train Hijack: पाक सेना ने 16 विद्रोहियों का किया खात्मा, 100 से ज्यादा बंधक रिहा; कई अब भी फंसे

By अंजली चौहान | Updated: March 12, 2025 08:18 IST

Pakistan Train Hijack Live: जाफर एक्सप्रेस ट्रेन, जिसमें लगभग 400 यात्री सवार थे, पाकिस्तान के क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी।

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Pakistan Train Hijack Live: पाकिस्तान के 400 से ज्यादा यात्रियों को लेकर जा रही एक ट्रेन को बलूचिस्तान क्षेत्र में हाईजैक किए जाने के बाद हालात गंभीर है। पाकिस्तानी सेना ने अशांत बलूचिस्तान के विद्रोहियों को खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और ट्रेन में फंसे यात्रियों को बचाने के लिए ऑपरेशन शुरू कर दिया है।

बीते मंगलवार को विद्रोहियों ने लोगों को बंधन बनाया जिसमें से अब तक 100 से ज्यादा लोगों को पाकिस्तानी सेना ने रिहा करा  लिया है। ताबड़तोड़ गोलीबारी के बीच सुरक्षा कर्मियों ने 16 से ज्यादा विद्रोहियों को मार गिराया है।

एक बयान में, बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए), एक उग्रवादी अलगाववादी समूह ने बंधक संकट की जिम्मेदारी ली और कहा कि उन्होंने सुरक्षा बलों सहित ट्रेन से लोगों को बंधक बना लिया था। आतंकवादी समूह ने कहा कि हमले में 30 से अधिक सैन्यकर्मी मारे गए।

इसमें कहा गया है, "बलूच लिबरेशन आर्मी ने मशकफ, धादर, बोलन में एक सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध ऑपरेशन किया है, जहां हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया है, जिससे जाफर एक्सप्रेस को रोकना पड़ा। सेनानियों ने तेजी से ट्रेन पर नियंत्रण कर लिया और सभी यात्रियों को बंधक बना लिया।"

पुलिस और रेलवे अधिकारियों के अनुसार, मंगलवार को गोलीबारी में ट्रेन चालक कथित रूप से घायल हो गया। ट्रेन क्वेटा से पेशावर जा रही थी, तभी उस पर गोलीबारी की गई। बचाव दल और सुरक्षा बल घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और आतंकवादियों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।

पाकिस्तान ट्रेन अपहरण की अब तक की अपडेट

समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि सुरक्षा बलों ने विद्रोहियों के साथ भारी गोलीबारी के बाद पुरुषों और महिलाओं सहित 104 बंधकों को बचाने में कामयाबी हासिल की। ​​बचाए गए यात्रियों, जिनमें 15 बच्चे शामिल थे, को एक अन्य ट्रेन में पास के शहर माच ले जाया गया।

बलूच विद्रोहियों और पाकिस्तानी सेना के बीच गोलीबारी रात भर जारी रही। यह स्पष्ट नहीं है कि जाफर एक्सप्रेस में कितने बंधक बचे हैं।

माना जाता है कि विद्रोहियों के एक समूह ने कुछ बंधकों को पहाड़ों में ले जाया था और सुरक्षा बलों द्वारा उनका पीछा किया जा रहा था।

रिपोर्टों से पता चलता है कि विद्रोहियों ने अंधेरे में भागने के लिए छोटे-छोटे समूह बनाए थे, लेकिन सैन्य बलों ने सुरंग को घेर लिया।

जाफर एक्सप्रेस को क्वेटा से पेशावर जाते समय एक सुदूर इलाके में एक सुरंग में हथियारबंद हमलावरों ने रोक लिया। इसकी नौ बोगियों में कम से कम 400 यात्री सवार थे। विद्रोहियों ने रेलवे ट्रैक उड़ा दिए, जिससे ट्रेन पहाड़ी क्षेत्र में एक सुरंग में रुक गई।

विद्रोहियों ने लोकोमोटिव ड्राइवर को भी मार डाला। बाद में अपहरण की जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने ली, जो बलूचिस्तान की आजादी की मांग करने वाला एक अलगाववादी समूह है।

बीएलए ने बलूच राजनीतिक कैदियों और लापता लोगों की रिहाई की मांग की है, जिनके बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें सेना ने अगवा कर लिया है। अगर मांगें पूरी नहीं की गईं, तो उन्होंने ट्रेन को "पूरी तरह से नष्ट" करने की धमकी दी।

समूह ने सैन्य अभियान के जवाब में 10 बंधकों को मारने की भी धमकी दी। विद्रोहियों द्वारा बंधक बनाए गए यात्रियों के रिश्तेदारों की मदद के लिए पेशावर और क्वेटा रेलवे स्टेशनों पर आपातकालीन डेस्क स्थापित किए गए हैं।

टॅग्स :पाकिस्तानPakistan Army
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