नई दिल्ली: पाकिस्तान में सियासी हलचल जारी है। भ्रष्टाचार को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी और उसके बाद हुई हिंसा के बाद से ही पाकिस्तान का माहौल गर्म है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने इमरान पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने घर में 30-40 आतंकियों को छुपा कर रखा है। पाकिस्तान में इमरान खान के घर को भी पुलिस ने घेर रखा है। पंजाब प्रांत की सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि आतंकियों को बाहर नहीं निकाला तो कठोर कार्रवाई होगी।
इस बीच पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने समर्थकों को संबोधित किया और सरकार पर जमकर हमला बोला। इमरान ने कहा कि नौ मई की हिंसा एक सोची-समझी साजिश थी, जिसे उनकी पार्टी पीटीआई को बैन करने के लिए रचा गया था।
इमरान खान ने घर में आतंकियों को पनाह देने के आरोप पर कहा कि अगर ऐसा है तो आकर ढूंढ लो। वीडियो संदेश में इमरान खान ने कहा, "मुझे फंसाने के लिए पाकिस्तान में हिंसा की गई। मुल्क की सबसे बड़ी जमात और मुल्क की फौज को आमने-सामने खड़ा किया जा रहा है। सारा मुल्क तबाही के रास्ते पर जा रहा है। पूरी दुनिया ने देखा कि किस तरह से इस्लामाबाद हाईकोर्ट में मेरी हत्या की साजिश की गई।"
इमरान खान ने आगे कहा, "किसी तरह अल्लाह ने मुझे बचा लिया। मेरे लोगों ने ना तो कभी फौज पर निशाना साधा और ना ही किसी तरह का दंगा किया। मैंने 12 चुनाव जीते हैं लेकिन मेरे साथ आतंकी जैसा बर्ताव किया गया। मेरे सिर पर डंडा मारा गया। मेरे लोगों को जख्मी किया गया और मुझे इस तरह पकड़कर ले गए, जैसे मैं कोई दहशतगर्द हूं। मैंने कभी किसी को नहीं कहा कि दंगे करे या कोई संपत्ति जलाए। सबसे पहले आईजी पंजाब को बुलाकर उनसे पूछताछ होनी चाहिए कि जिन्ना हाउस कैसे जल गया। इस साजिश की पहले ही प्लानिंग हो चुकी थी।"
आरोप लगाते हुए इमरान खान ने कहा, "मैंने 12 चुनाव जीते हैं। हमारी पार्टी लोकतांत्रिक पार्टी है। जिस पार्टी के पास 70 फीसदी मकबूलियत हो, उसे खत्म नहीं किया जा सकता। जिन्ना हाउस कैसे जला? रेडियो पाकिस्तान कैसे जला? हमारे आदमी तो वहां थे भी नहीं। इसकी स्वतंत्र जांच होनी चाहिए।"