इस्लामाबादः पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि बुराई पर अच्छाई की जीत हुई है। इमरान खान के ‘‘विदेशी विवाद’’ को शरीफ ने ‘‘ड्रामा’’ करार दिया। आज सर्वशक्तिमान ने पाकिस्तान और देश के 22 करोड़ लोगों को बचाया है।
शहबाज शरीफ ने कहा कि यह पहली बार है, जब अविश्वास प्रस्ताव का वोट सफलतापूर्वक पारित हुआ है। इस देश के लोग इस दिन को मनाएंगे। शहबाज ने कहा कि पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति को तथा-कथित विदेशी साजिश से संबंधित विवादित पत्र पर जानकारी दी जाएगी।
इमरान खान के अमेरिका वाले बयानों पर नेशनल असेंबली में पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के तौर पर अपने निर्वाचन के बाद शहबाज शरीफ ने संसद में कहा कि पत्र विवाद में अगर साजिश साबित हो गई तो मैं इस्तीफा देकर घर चला जाऊंगा।
नेशनल असेंबली में कुरैशी के चुनाव के बहिष्कार के बाद शहबाज (70) इस पद के लिये एक मात्र दावेदार बचे थे। जीत के लिए 342 सदस्यीय सदन में 172 सांसदों का समर्थन जरूरी था। तीन बार पूर्व प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज को 174 मत मिले जो 172 के साधारण बहुमत से दो ज्यादा है। वह पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री हैं।
वह तीन बार देश के सबसे अधिक आबादी वाले और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री रहे हैं। पूर्व राष्ट्रपति और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हटाए गए इमरान खानकी जगह लेने के लिए संयुक्त विपक्ष की बैठक में प्रधानमंत्री पद के लिए शहबाज के नाम का प्रस्ताव रखा था।
सदन के नए नेता के चुनाव की प्रक्रिया रविवार को प्रधानमंत्री इमरान खान को अविश्वास मत के माध्यम से पद से हटाए जाने के बाद शुरू हुई। खान सदन का विश्वास खोने के बाद देश के इतिहास में पहले प्रधानमंत्री बने जिन्हें पद छोड़ना पड़ा। पाकिस्तान 1947 में अपने गठन के बाद से कई शासन परिवर्तन और सैन्य तख्तापलट के साथ राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा है। किसी भी प्रधानमंत्री ने अब तक पूरे पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है।