इस्लामाबादः पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो चुकी है। महंगाई इस कदर छलांग मार रही है कि आम लोगों का रोजाना का भरण-पोषण भी मुश्किल हो गया है। इस बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का कहना है कि देश पहले ही दिवालिया हो चुका है। उन्होंने यहां तक कहा दिया कि पाकिस्तान की समस्या का समाधान आईएमएफ के पास भी नहीं है।
ख्वाजा आसिफ ने मौजूदा आर्थिक संकट के लिए सेना, नौकरशाही और राजनीतिक नेताओं को जिम्मेदार ठहराया। अपने गृह नगर सियालकोट में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को खुद को स्थिर करने के लिए अपने पैरों पर खड़ा होना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि सेना, नौकरशाही और राजनीतिक नेताओं समेत हर कोई मौजूदा आर्थिक बदहाली के लिए जिम्मेदार है क्योंकि पाकिस्तान में कानून और संविधान का पालन नहीं किया जाता। पूर्ववर्ती सरकार पर हमलावर रुख अपनाते हुए आसिफ ने कहा कि ढाई साल पहले पाकिस्तान में आतंकवादी लाए गए थे, जिसके परिणामस्वरूप आतंकवाद की मौजूदा लहर चली।
मालूम हो कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष पाकिस्तान को 1.1 बिलियन डॉलर का कर्ज देने को तैयार है लेकिन उसकी शर्त है कि पाकिस्तान की सरकार पहले अपनी आमदनी बढ़ाए। वित्त मंत्री इशाक डार ने पूरक बजट पेश किया है जिसमें 170 बिलियन रुपए के नए टैक्स उगाहने का वादा किया है। लेकिन ख्वाजा का कहना है कि आईएमएफ के पास भी समस्या का समाधान नहीं है।
‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार ने पाकिस्तान के मंत्री के हवाले से कहा, “आपने सुना होगा कि पाकिस्तान दिवालिया हो रहा है। यह पहले ही हो चुका है। हम एक दिवालिया देश में रह रहे हैं।” उन्होंने कहा, “हमारी समस्याओं का समाधान देश के भीतर है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास पाकिस्तान की समस्याओं का समाधान नहीं है।”
शुक्रवार को कराची में पुलिस कार्यालय पर हुए हमले के बारे में उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने हमलावरों का बहादुरी से मुकाबला किया।
भाषा इनपुट के साथ