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पाकिस्तान: रावलपिंडी के कमिश्नर ने स्वीकार किया कि वह चुनावी धांधली में शामिल रहे, दिया इस्तीफा, जानें पूरा मामला

By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: February 17, 2024 16:20 IST

Pakistan Elections 2024: रावलपिंडी के कमिश्नर लियाक़त अली चठ्ठा ने इस्तीफ़ा दे दिया है। चठ्ठा ने यह कहते हुए इस्तीफ़ा दिया कि रावलपिंडी डिवीज़न में चुनावी धांधली में वे शामिल रहे हैं। उन्होंने स्वीकार किया है कि हारे हुए उम्मीदवारों को उनके कहने पर 50-50 हज़ार वोटों से जिताया गया।

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ठळक मुद्देपाकिस्तान में चुनाव धाँधली के आरोपों पर एक और बड़ी घटना सामने आई हैरावलपिंडी के कमिश्नर लियाक़त अली चठ्ठा ने इस्तीफ़ा दे दियाकमिश्नर ने स्वीकार किया कि वह चुनावी धांधली में शामिल रहे

Pakistan Elections 2024: पाकिस्तान में चुनाव धाँधली के आरोपों पर एक और बड़ी घटना सामने आई है। रावलपिंडी के कमिश्नर लियाक़त अली चठ्ठा ने इस्तीफ़ा दे दिया है। चठ्ठा ने यह कहते हुए इस्तीफ़ा दिया कि रावलपिंडी डिवीज़न में चुनावी धांधली में वे शामिल रहे हैं। उन्होंने स्वीकार किया है कि हारे हुए उम्मीदवारों को उनके कहने पर 50-50 हज़ार वोटों से जिताया गया। 

उन्होंने दावा किया कि 8 फरवरी के चुनावों के परिणामों में हेरफेर किया गया था। रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन पर इस हद तक दबाव था कि उन्होंने आज आत्महत्या के बारे में सोचा, लेकिन फिर जनता के सामने मामले को पेश करने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि री नौकरशाही से मेरा अनुरोध है कि इन सभी राजनेताओं के लिए कुछ भी गलत न करें।

दूसरी तरफ पीएमएल-एन पंजाब के अध्यक्ष राणा सनाउल्लाह खान ने कहा है कि रावलपिंडी के आयुक्त लियाकत अली चट्ठा उनके निजी मित्र हैं और काफ़ी समय' से मानसिक समस्याओं से पीड़ित हैं। सनाउल्लाह ने जियो न्यूज से बात करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि उस संबंध में (मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं) कुछ इलाज चल रहा था।

बता दें कि जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ने अपनी अगली सरकार बनाने के प्रयास विफल होने के बाद संसद में विपक्ष में बैठने का फैसला किया है। पाकिस्तान में आठ फरवरी को हुए चुनावों में किसी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने के बाद प्रमुख राजनीतिक दलों ने संघीय सरकार बनाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव परिणामों में दबदबा बनाए रखा जबकि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संख्याबल होने का दावा किया, क्योंकि चुनाव के बाद कुछ निर्दलीय उम्मीदवार नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल हुए हैं। पीटीआई के नेता बैरिस्टर मुहम्मद अली सैफ ने शुक्रवार को घोषणा की कि पीटीआई संस्थापक खान के निर्देशों के बाद, पार्टी ने केंद्र के साथ साथ पंजाब जैसे प्रमुख प्रांत में विपक्ष में बैठने का फैसला किया है। इन चुनावों में धांधली के आरोप भी लगे हैं। 

टॅग्स :पाकिस्तानRawalpindiनवाज शरीफइमरान खान
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