लाइव न्यूज़ :

पाकिस्तान: फैसलाबाद में ईसाइयों पर अत्याचार, भीड़ ने चर्च पर किया हमला; इलाके में मचा कोहराम

By अंजली चौहान | Updated: August 16, 2023 16:10 IST

ऐसी खबरें हैं कि पंजाब प्रांत के फैसलाबाद जिले के जरनवाला रोड पर एक चर्च में तोड़फोड़ और तोड़फोड़ की गई है।

Open in App
ठळक मुद्देपाकिस्तान में ईसाइयों पर हो रहा अत्याचार भीड़ ने चर्च पर हमला कर की तोड़फोड़ ईशनिंदा के आरोप में भीड़ ने घटना को दिया अंजाम

फैसलाबाद: पाकिस्तान के फैसलाबाद में अल्पसंख्यक समुदाय ईसाई लोगों पर अत्याचार का मामला सामने आया है। इलाके के कई वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वायरल हो रहे हैं।  

इन वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे कुछ उपद्रवियों की भीड़ एक चर्च पर बर्बरता से हमला कर रही है। भीड़ चर्चा की दीवारों को नुकसान पहुंचाते हुए आगजनी कर रही है।  इस  घटना के सामने आने के बाद इलाके में कोहराम मच गया है। 

गौरतलब है कि पाकिस्तान इस्लामवादियों द्वारा पंजाब प्रांत के फैसलाबाद जिले के जरनवाला रोड पर एक चर्च में तोड़फोड़ और आगजनी की गई है।  

यह घटना एक ईसाई व्यक्ति पर ईशनिंदा का आरोप लगाए जाने के बाद हुई। घटना के दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। ऐसी खबरें हैं कि चर्च के आसपास के इलाके में स्थानीय लोगों द्वारा ईसाइयों के घरों में भी तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई।

क्या है पूरा मामला?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामले को लेकर एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है। यह घटना फैसलाबाद में एक ईसाई अल्पसंख्यक परिवार पर पवित्र कुरान का उल्लंघन करने का आरोप लगने के बाद हुई।

इसके बाद मौके पर सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए और चर्च के शीर्ष पर चढ़ गए और चर्च में तोड़फोड़ की। इसके बाद उन्होंने चर्च में आग लगा दी। भीड़ चर्च में तोड़फोड़ करते हुए इस्लाम विरोधी नारे लगा रही थी। इलाके में ईसाइयों के घरों में भी तोड़फोड़ किये जाने की खबर है।

बिशप आजाद मार्शल ने इस घटना की आलोचना की और कहा कि "यह लिखते समय मेरे पास शब्द नहीं हैं। हम, बिशप, पुजारी और आम लोग पाकिस्तान के फैसलाबाद जिले में जरनवाला घटना पर बहुत दुखी और व्यथित हैं।

एक चर्च की इमारत को जलाया जा रहा है क्योंकि मैं इस संदेश को टाइप करें। बाइबिल का अपमान किया गया है और पवित्र कुरान का उल्लंघन करने का झूठा आरोप लगाकर ईसाइयों को प्रताड़ित और परेशान किया गया है।

हम कानून प्रवर्तन और न्याय देने वालों से न्याय और कार्रवाई की मांग करते हैं और सभी नागरिकों की सुरक्षा के लिए तुरंत हस्तक्षेप करें और हमें आश्वस्त करें कि हमारी अपनी मातृभूमि में हमारा जीवन मूल्यवान है जिसने अभी-अभी स्वतंत्रता और आजादी का जश्न मनाया है।"

मालूम हो कि पिछले कई वर्षों में पाकिस्तान के अल्पसंख्यक हिंदुओं, सिखों, हिंदुओं और अहमदियाओं पर अत्याचार का आरोप लगाया गया है। देश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की कई घटनाएं हो रही हैं। 

टॅग्स :पाकिस्तान
Open in App

संबंधित खबरें

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

बॉलीवुड चुस्कीDhurandhar: फिल्म में दानिश पंडोर निभा रहे हैं उज़ैर बलूच का किरदार, कराची का खूंखार गैंगस्टर जो कटे हुए सिरों से खेलता था फुटबॉल, देखें उसकी हैवानियत

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्व'इमरान खान ज़िंदा और ठीक हैं': पाकिस्तान के पूर्व पीएम की बहन ने रावलपिंडी की अदियाला जेल में उनसे मिलने के बाद दिया बयान | VIDEO

विश्वपाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जिंंदा हैं या नहीं!

विश्व अधिक खबरें

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वएलन मस्क की चिंता और युद्ध की विभीषिका

विश्वTrump Health Report: व्हाइट हाइस ने जारी किया राष्ट्रपति ट्रंप का एमआरआई स्कैन, जानें हेल्थ रिपोर्ट में क्या आया सामने

विश्वबैंक्सी की करुणा और बड़ों के युद्ध में फंसे बच्चे