ऑनलाइन शिक्षण मंच की भारत में अपना कार्यालय स्थापित करने की योजना
By भाषा | Updated: December 1, 2021 20:36 IST2021-12-01T20:36:58+5:302021-12-01T20:36:58+5:30

ऑनलाइन शिक्षण मंच की भारत में अपना कार्यालय स्थापित करने की योजना
(अदिति खन्ना)
लंदन, एक दिसंबर दुनियाभर में हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में मदद के उद्देश्य वाली एक नयी उन्नत और ‘‘किफायती’’ ऑनलाइन शिक्षण प्रणाली ने बुधवार को भारत में अपना कार्यालय स्थापित करने की योजना की घोषणा की।
भारतीय मूल के शिक्षा उद्यमी सनी वर्की द्वारा इस सप्ताह दुबई में शुरू की गई एक शिक्षा प्रौद्योगिकी (एडटेक) कंपनी टीएमआरडब्ल्यू, भारत, ब्रिटेन और अमेरिका में कार्यालय स्थापित करने की योजना बना रही है। इसके अंतर-संचालित एकीकृत मंच को विशेष रूप से विकासशील और विकसित देशों में संचालित सरकारी वित्त पोषित स्कूलों तक पहुंच होने के लिए बनाया गया है।
टीएमआरडब्ल्यू और जीईएमएस एजुकेशन के अध्यक्ष और संस्थापक वर्की ने कहा, ‘‘गुणवत्तापूर्ण शिक्षा समानता प्रदान करने वाली है। यह अमीर और गरीब के बीच की खाई को पाटती है और हमें अपनी दुनिया की स्थिति में सुधार करने का सबसे बड़ा मौका देता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने दुनियाभर में सरकारी वित्त पोषित स्कूलों के लिए सुलभ और किफायती होने के लिए इस मंच का निर्माण किया है ताकि हम जहां भी हो, सीखने के नतीजों को बेहतर बनाने में मदद कर सकें। हम सभी छात्रों तक पहुंचना चाहते हैं, भले ही उनकी पृष्ठभूमि या भुगतान करने की उनकी क्षमता कुछ भी हो। इसलिए हमारी नजर प्रत्येक बच्चे को एक बेहतर शिक्षा का अधिकार देना और बेहतर भविष्य की उम्मीद प्रदान करना है।’’
टीएमआरडब्ल्यू के सीईओ और ‘जीईएमएस एजुकेशन ग्रुप’ के मुख्य अधिकारी कृष्णन गोपी ने कहा, ‘‘शिक्षा तेजी से बदल रही है, और यह सीखने की पारंपरिक तरीके से दूर जा रही है। शिक्षा को कल की वास्तविकता को पूरा करने के लिए विकसित किया जाना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘शिक्षकों के लिए शिक्षकों द्वारा तैयार किया गया, टीएमआरडब्ल्यू छात्रों को बेहतर सीखने में मदद करेगा, शिक्षक बेहतर पढ़ाएंगे, माता-पिता अधिक व्यस्त होंगे और स्कूल अधिक कुशल बनेंगे।’’
टीएमआरडब्ल्यू को जीईएमएस की स्वतंत्र तकनीकी इकाई के रूप में शामिल किया गया है और यह 62 साल पहले स्थापित वैश्विक शिक्षा प्रदाता के अनुभव पर आधारित होगा। नए मंच को दुनियाभर में शिक्षा प्रणालियों की विभिन्न जरूरतों को पूरा करने के लिए सुरक्षित, बहुभाषी और उन्नत बताया गया है।
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