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ओली की काडर से अपील, पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल न हों

By भाषा | Updated: May 10, 2021 16:32 IST

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(शिरिष बी प्रधान)

काठमांडू, 10 मई नेपाली संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा में सोमवार को विश्वास प्रस्ताव पर मतदान से, राजनीतिक संकट का सामना कर रहे प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के भविष्य का फैसला होगा। इससे पहले उन्होंने पार्टी नेताओं और काडर से एकजुट होने और इस्तीफे एवं अन्य विभाजनकारी गतिविधियों में शामिल नहीं होने की अपील की।

ओली ने यह बयान मीडिया में आई खबरों के बाद दिया जिसमें कहा गया था कि वरिष्ठ नेता माधव कुमार नेपाल और झालानाथ खनाल के नेतृत्व वाला नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी) का विरोधी गुट प्रतिनिधि सभा में विश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले इस्तीफे की तैयारी कर रहा है।

ओली (69 वर्षीय) को 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में विश्वासमत जीतने के लिए 136 मतों की जरूरत है क्योंकि चार सदस्य इस समय निलंबित हैं।

प्रतिनिधि सभा के विशेष सत्र में सोमवार को ओली ने औपचारिक रूप से विश्वास प्रस्ताव पेश किया और सभी सदस्यों से इसके पक्ष में मतदान करने की अपील की।

विश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले ओली ने प्रधानमंत्री के तौर पर अपनी तीन साल की उपलब्धियां सदन के समक्ष रखी।

उन्होंने कहा, ‘‘इस सरकार ने इतना हासिल किया है जितना पहले किसी सरकार ने हासिल नहीं किया है। मेरा मानना है कि सरकार के प्रति अविश्वास और उसके खिलाफ मतदान की कोई जरूरत नहीं है।’’

हालांकि, मुख्य विपक्षी पार्टी नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा ने ओली नीत सरकार को देश में अराजक स्थिति उत्पन्न करने के लिए जिम्मेदार ठहराया। खासतौर पर कोविड-19 के बढ़ते मामलों और आबादी के टीकाकरण के लिए टीके की खुराक नहीं होने की वजह से।

देउबा ने कहा कि सरकार कोविड-19 के खिलाफ टीके की खरीद में भी भ्रष्टाचार कर रही है।

दि हिमालयन टाइम्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक, नेपाल और खनाल का नाम लिए बिना ओली ने कहा कि पार्टी को तोड़ने की कोशिश की जा रही है।

उन्होंने कहा कि कुछ स्थानों पर नेताओं द्वारा अपनी ही पार्टी को हराने और विपक्ष को फायदा पहुंचाने की कोशिश हो रही है। कुछ स्थानों पर पार्टी के सदस्यों ने अपनी ही सरकार के खिलाफ पेश विश्वास प्रस्ताव पर सदन में पाला बदल लिया है। अब वे पार्टी के सांसदों को बड़े पैमाने पर इस्तीफा देने के लिए उकसा रहे हैं।

उन्होंने सभी सांसदों से अपील की कि वे इस तरह का फैसला नहीं लें।

ओली ने कहा, ‘‘हम साथ बैठकर, चर्चा कर मौजूदा समस्या का समाधान कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि प्रतिद्वंद्वी गुट की मंशा अपनी ही सरकार को सरकार के सभी मोर्चों पर असफल कर विपक्षी पार्टियों को सत्तारूढ़ सीपीएन- यूएमएल पर जीत के लिए सक्षम बनाना है।

ओली ने गुटबाजी को अपराध करार देते हुए सभी पार्टी नेताओं और काडर का आह्वान किया कि वे पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल नहीं हो।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने इस पार्टी को बनाया है और मुझे भरोसा है कि ईमानदार नेता और काडर ऐसी किसी गतिविधि में शामिल नहीं होंगे जिससे पार्टी को नुकसान हो।’’

ओली ने पार्टी नेताओं से कहा कि वे उन अफवाहों पर गौर नहीं करें कि वह पार्टी में अपने पसंदीदा लोगों को बचाएंगे और अन्य को किनारे कर देंगे।

खबरों के मुताबिक सोमवार की सुबह ओली ने अपने भरोसेमंद सुभास चंद्र नेमांग और विष्णु प्रसाद पउडेल को माधव कुमार नेपाल से बातचीत करने के लिए भेजा था लेकिन मतभेद दूर नहीं हुए।

नेपाल-खनाल गुट ने मांग की है कि ओली द्वारा पार्टी ढांचे में किए बदलाव को रद्द किया जाए और पार्टी की समितियों के ढांचे को यूएमएल और सीपीएन-माओवादी केंद्र के विलय से पहले वाले स्वरूप में लाया जाए।

ओली की अपील ऐसे समय आई है जब मुख्य विपक्षी नेपाली कांग्रेस ने विश्वास प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करने का फैसला किया है जबकि जनता समाजवादी पार्टी-नेपाल के महतो-ठाकुर गुट ने अंतिम समय झटका देते हुए कहा कि वह तटस्थ रहेंगे या ओली के पक्ष में मतदान नहीं करेंगे जबकि पहले उसने सरकार का समर्थन करने का वादा किया था।

निष्पक्ष पर्यवेक्षकों के मुताबिक ओली की जीत की संभावना कम है क्योंकि कुमार नेपाल के नेतृत्व वाले प्रतिनिधि सभा के 20 से अधिक सदस्यों ने विश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दौरान अनुपस्थित रहने का फैसला किया है।

नेपाली कांग्रेस पहले ही ओली के खिलाफ मतदान करने का फैसला कर चुकी है। चौथे सबसे बड़े गुट जनता समाजवादी पार्टी ने भी अनुपस्थित रहने या विश्वास प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करने का फैसला किया है।

ऐसी संभावना है कि अगर ओली विश्वास प्रस्ताव जीतने में असफल होते हैं तो नेपाली कांग्रेस और सीपीएन-माओवादी केंद्र उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकते हैं।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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