Nepal Political Crisis: नेतृत्व के लिए आंतरिक मतभेद को लेकर सेना मुख्यालय के बाहर जेन-जेड समूहों के बीच हिंसक झड़पें | VIDEO
By रुस्तम राणा | Updated: September 11, 2025 17:51 IST2025-09-11T17:51:19+5:302025-09-11T17:51:19+5:30
इस कार्यक्रम की कवरेज को लेकर स्थानीय पत्रकारों और भारतीय मीडिया के पत्रकारों के बीच हाथापाई की भी खबरें हैं। तनाव इतना बढ़ गया कि सेना को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा।

Nepal Political Crisis: नेतृत्व के लिए आंतरिक मतभेद को लेकर सेना मुख्यालय के बाहर जेन-जेड समूहों के बीच हिंसक झड़पें | VIDEO
काठमांडू:नेपाली सेना मुख्यालय के बाहर गुरुवार को फिर से हिंसक झड़पें हुईं। ऐसी खबरें हैं कि हिंसाग्रस्त देश में चल रहे राजनीतिक संकट को लेकर जेन-जेड समर्थकों के समूहों के बीच झड़प हुई। नेतृत्व को लेकर आंतरिक मतभेद को लेकर मुख्यालय के बाहर भीषण झड़प हुई। इस कार्यक्रम की कवरेज को लेकर स्थानीय पत्रकारों और भारतीय मीडिया के पत्रकारों के बीच हाथापाई की भी खबरें हैं। तनाव इतना बढ़ गया कि सेना को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा।
सोशल मीडिया पर हिंसक झड़पों के वीडियो सामने आए हैं। वीडियो में दिख रहा है कि सेना मुख्यालय के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई थी, जिसके बाद हिंसक झड़प शुरू हो गई और समर्थक एक-दूसरे पर थप्पड़ों और लातों से वार करते दिखाई दे रहे हैं। ऐसी खबरें हैं कि यह झड़प देश के अंतरिम प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में शामिल नेताओं के समर्थकों के बीच हुई।
पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की और दुर्गा प्रसाद को राष्ट्रपति की उपस्थिति में औपचारिक चर्चा के लिए भद्रकाली स्थित नेपाल सेना मुख्यालय लाया गया। उनकी उपस्थिति के कारण मुख्यालय के बाहर भारी भीड़ भी जमा हो गई। नेपाल न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, रैपर से काठमांडू के मेयर बने बालेंद्र शाह और धरान के मेयर हरका संपांग के समर्थकों ने देश के अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में उनके नामों के समर्थन में प्रदर्शन किया। बालेंद्र शाह ने कार्की को अपना समर्थन व्यक्त किया, लेकिन बाहर मौजूद समर्थकों ने दोनों नेताओं के पक्ष में नारे लगाए।
जेन जीहरूको पछिल्लो अवस्था !!!
— Prakash Timalsina (@prakashujyalo) September 11, 2025
जंगी अड्डा अगाडी दुई पक्षबिच झडप, अब त परमाधिपतिले बोलिसक्नु भयो, अब प्रधानसेनापति तमसा रोकेर सुरक्षामा केन्द्रित भऊ !!! pic.twitter.com/bHkfEHyW1v
बुधवार को काठमांडू स्थित सेना मुख्यालय में जेन-जेड समर्थकों और प्रतिनिधियों के साथ चर्चा हुई। सेना प्रमुख अशोक सिगडेल के साथ अनौपचारिक बातचीत हुई, जिसके बाद आज औपचारिक रूप से चर्चा आगे बढ़ी।