नई दिल्ली: किर्गिस्तान में हो रहे लगातार विदेशी छात्रों पर हमलों के बीच भारत की ओर से छात्रों को कहा गया है कि वे अपने घरों और रूप से बाहर न आएं। इसके साथ एडवाइजरी ऐसे समय में जारी हुई, जब अचानक से हुई हॉस्टल में कई पाकिस्तानी छात्र हिंसा का शिकार होने के कारण घायल हो गए।
किर्गिस्तान में स्थित भारतीय राजदूत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' के जरिए कहा, "हम छात्रों से लगातार बात कर रहे हैं। अभी स्थिति में थोड़ा सुधार और शांत है, लेकिन छात्रों को सलाह दी गई है कि इस समय वे बाहर न निकलें और किसी भी प्रकार की घटना होने पर दूतावास से तुरंत बात करें। उन्होंने कहा, "हमारा संपर्क नंबर 0555710041 है"।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, "बिश्केक में भारतीय छात्रों के कुशलता की निगरानी की जा रही है। अब स्थिति कथित तौर पर शांत है। छात्रों को दूतावास के साथ नियमित संपर्क में रहने की दृढ़ता से सलाह दें।" सामने आई सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट में कहा गया कि तीन पाकिस्तानी छात्र हमले में मारे गए, दूसरी ओर किर्गिस्तान की सरकार ने कहा, अभी तक हमें किसी भी प्रकार की मृत्यु की सूचना प्राप्त नहीं हुई।
पाकिस्तान दूतावास ने कहा कि 13 मई को किर्गिस्तान और मिस्र के छात्रों के बीच लड़ाई का वीडियो शुक्रवार को ऑनलाइन वायरल होने के बाद मामला बढ़ गया। भीड़ ने बिश्केक में मेडिकल विश्वविद्यालयों के छात्रावासों को निशाना बनाया, जिनमें भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के छात्र रहते हैं।
पाकिस्तान के किर्गिस्तान वाणिज्य दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "अब तक, बिश्केक में मेडिकल विश्वविद्यालयों के कुछ छात्रावासों और पाकिस्तानियों सहित अंतरराष्ट्रीय छात्रों के निजी आवास पर हमला किया गया है। छात्रावासों में भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के छात्र रहते हैं। पाकिस्तान से कई छात्रों को हल्की चोटें आने की खबरें हैं।" इसमें कहा गया है पाकिस्तानी छात्रों की कथित मौत और बलात्कार के बारे में सोशल मीडिया पोस्ट के बावजूद, अब तक हमें कोई पुख्ता खबर नहीं मिली है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी हमलों पर चिंता व्यक्त की और कहा कि उन्होंने पाकिस्तान के राजदूत को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है।