वैश्विक स्तर पर बढ़ती गैस और खाद्य कीमतों के लिए बाइडेन ने पुतिन को ठहराया जिम्मेदार, कही ये बात
By मनाली रस्तोगी | Updated: April 2, 2022 13:27 IST2022-04-02T13:26:17+5:302022-04-02T13:27:40+5:30
रूस और यूक्रेन युद्ध को 38 दिन पूरे हो चुके हैं। इस बीच ट्वीट करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने वैश्विक स्तर पर गैस और खाद्य कीमतों में उछाल के लिए रूसी व्लादिमीर पुतिन को जिम्मेदार ठहराया है।

वैश्विक स्तर पर बढ़ती गैस और खाद्य कीमतों के लिए बाइडेन ने पुतिन को ठहराया जिम्मेदार, कही ये बात
वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने वैश्विक स्तर पर गैस और खाद्य कीमतों में उछाल के लिए रूस के व्लादिमीर पुतिन को जिम्मेदार ठहराया है। इस मुद्दे पर बाइडेन ने ट्वीट करते हुए लिखा, "यूक्रेन पर पुतिन के आक्रमण ने दुनिया भर में गैस की कीमतों और खाद्य कीमतों को बढ़ा दिया है। इससे निपटने में मदद करने के लिए कल मैंने अपने सामरिक पेट्रोलियम रिजर्व से अगले छह महीनों के लिए प्रतिदिन एक मिलियन बैरल प्रतिदिन जारी करने को अधिकृत किया।"
Putin’s invasion of Ukraine has driven up gas prices and food prices all over the world.
— Joe Biden (@JoeBiden) April 2, 2022
To help deal with that, yesterday I authorized the release of 1 million barrels per day for the next six months from our Strategic Petroleum Reserve.
मालूम हो, बाइडेन ने हाल-फिलहाल में रणनीतिक भंडार से छह महीने तक प्रतिदिन 10 लाख बैरल कच्चा तेल जारी करने का आदेश दिया था। इसी क्रम में व्हाइट हाउस ने बीते गुरुवार को कहा था कि यूक्रेन में सैन्य आक्रमण के कारण रूस पर अमेरिका समेत कई देशों के आर्थिक प्रतिबंधों से कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि हुई है। कीमतों में कम करने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है। बाइडन ने तेल की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लिए अपने प्रशासन की योजनाओं पर टिप्पणी करते हुए इस संबंध में यह घोषणा की थी।
बता दें कि बाइडेन ने ये घोषणा तब की जब रूस और यूक्रेन युद्ध को 38 दिन पूरे हो चुके हैं। बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 24 फरवरी को यूक्रेन में मिलिट्री अभियान की घोषणा की थी। वहीं, यूक्रेन पर आक्रमण को लेकर रूस पर अमेरिका सहित कई पश्चिमी देशों ने कड़े से कड़े प्रतिबंध लगाए हैं। यही नहीं, इस युद्ध की वजह से रूस काफी अलग-थलग पड़ गया है, जबकि संयुक्त राष्ट्र में भी यूक्रेन संकट को लेकर को स्तर की बैठकें हो चुकी हैं। मगर रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के रुकने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं।