लाइव न्यूज़ :

काबुल हवाई अड्डे पर हमले के बावजूद जापान निकासी अभियान चलाएगा

By भाषा | Updated: August 27, 2021 15:41 IST

Open in App

तोक्यो, 27 अगस्त (एपी) जापान ने शुक्रवार को कहा कि वह काबुल हवाई अड्डे पर घातक आत्मघाती बम हमले के बावजूद अपने नागरिकों और उन स्थानीय कर्मचारियों को निकालने के प्रयास कर रहा है, जिन्होंने जापानी दूतावास और विकास एजेंसियों के लिए काम किया था। मुख्य कैबिनेट सचिव कात्सुनोबु काटो ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा कि जापान चिंतित है और घटनाक्रम पर करीबी नजर रख रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘स्थिति अस्थिर और अप्रत्याशित है, लेकिन हम जापानी नागरिकों और स्थानीय कर्मचारियों की सुरक्षित निकासी को पूरा करने के लिए अपने प्रयासों को जारी रखने की योजना बना रहे हैं।’’ निकासी के लिए बहुत कम समय बचा है। विदेश मंत्री तोशिमित्सु मोतेगी ने बृहस्पतिवार को सत्तारूढ़ पार्टी की बैठक में कहा कि समय सीमा को देखते हुए ऑपरेशन को शुक्रवार तक पूरा करना होगा। जापान ने अपने नागरिकों के साथ-साथ चयनित अफगान लोगों को निकालने के लिए इस सप्ताह की शुरुआत में काबुल और एक नजदीकी देश में चार सैन्य और सरकारी विमान भेजे। जिन लोगों को जापान निकाल रहा है उनमें जापानी दूतावास और जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जेआईसीए) सहित विकास एजेंसियों में काम करने वाले स्थानीय कर्मचारी शामिल हैं।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

विश्वकौन हैं साने ताकाइची?, जापान में रच दिया इतिहास

विश्वसाने ताकाइची को नया नेता चुना?, जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने की संभावना

विश्वAfghanistan Earthquake Updates: 800 की मौत और 2500 घायल, अफगानिस्तान में भारी तबाही, चारों ओर शव ही शव, देखिए वीडियो

ज़रा हटकेVIDEO: जापानी महिलाओं ने पीएम मोदी को सुनाया 'पधारो म्हारे देश', राजस्थानी गीत गाकर किया स्वागत, देखें वायरल वीडियो

भारतVIDEO: 'मोदीजी हमारे लिए पिता समान हैं, उनके संबंधों के कारण हम जापान में सुरक्षित हैं': टोक्यो में भारतीय भावुक होकर बोले

विश्व अधिक खबरें

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्वएलन मस्क की चिंता और युद्ध की विभीषिका