जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है और हमेशा रहेगा?, यूएनएससी में भारत ने कहा- पीओके खाली करो, देखें वीडियो
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 25, 2025 11:19 IST2025-03-25T11:18:22+5:302025-03-25T11:19:13+5:30
हरीश की यह कड़ी प्रतिक्रिया पाकिस्तान द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की खुली बहस के दौरान जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने के बाद आई।

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संयुक्त राष्ट्रः भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा कि वह जम्मू-कश्मीर के क्षेत्र पर अवैध रूप से कब्जा जारी रखे हुए है, जो उसे खाली करना होगा। ये टिप्पणियां सोमवार को संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत पार्वथानेनी हरीश ने संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में अनुकूलता को बढ़ावा देने पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की खुली बहस में कीं। वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के संदर्भ में बोल रहे थे। हरीश ने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है, और हमेशा रहेगा।
#WATCH | Permanent Representative of India to the United Nations, Ambassador Harish P said, "India is compelled to note that the delegate of Pakistan has yet again resorted to unwarranted remarks on the Indian Union Territory of Jammu and Kashmir. Such repeated references neither… pic.twitter.com/SiGknVNsoX
— ANI (@ANI) March 25, 2025
India rejects Pakistan's remarks on Jammu and Kashmir at UN, calls for peacekeeping reforms
Read @ANI Story | https://t.co/ZBKDgqLN8H#India#Pakistan#JammuKashmirpic.twitter.com/bcSwfpEZD6— ANI Digital (@ani_digital) March 25, 2025
पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के एक हिस्से पर अवैध रूप से कब्जा जारी रखा है, जो उसे खाली करना होगा।’’ हरीश की यह कड़ी प्रतिक्रिया पाकिस्तान द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की खुली बहस के दौरान जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने के बाद आई। उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह के बार-बार उल्लेख न तो उनके (पाकिस्तान के) अवैध दावों को मान्य करते हैं।
और न ही उनके राज्य प्रायोजित सीमा पार से आतंकवाद को उचित ठहराते हैं।’’ हरीश ने कहा, ‘‘हम पाकिस्तान को सलाह देंगे कि वह अपने संकीर्ण और विभाजनकारी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए इस मंच का ध्यान भटकाने की कोशिश न करे।’’ उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत अधिक विस्तृत उत्तर देने के अधिकार का प्रयोग करने से बचेगा।