Iranian president Ebrahim Raisi death: ईरान के उत्तर-पश्चिम स्थित पहाड़ी क्षेत्र में हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हुए राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, विदेश मंत्री और अन्य लोग दुर्घटनास्थल पर मृत पाए गए। ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी और उनके साथी अमेरिका निर्मित बेल 212 हेलिकॉप्टर पर सवार थे। बेल 212 एक मीडियम आकार का दो इंजन वाला हेलिकॉप्टर है। पायलट के अलावा इसमें कुल 14 लोगों के बैठने की जगह होती है।
बेल टेक्सट्रॉन इंक द्वारा निर्मित बेल 212 इसके प्रतिष्ठित मॉडलों में से एक है। पहली बार 1960 के दशक के अंत में इस सीरीज का पहला हेलिकॉप्टर बेल 205 बनाया गया था। इसके बाद से इस हेलिकॉप्टर के कई अपडेटेड वर्जन आए। रायसी अमेरिका निर्मित बेल 212 हेलीकॉप्टर में उड़ान भर रहे थे, जिसे "खराब मौसम और कोहरे" के कारण अजरबैजान की सीमा के पास जंगल में आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी।
हेलिकॉप्टर का मॉडल अमेरिका में बनाया गया था और 1979 की क्रांति के बाद से इसे ईरान को नहीं बेचा जा सकता था। ईरान पर अमेरिका के कड़े प्रतिबंधों के कारण इसके कलपुर्जे भी ईरान के लिए मिलने मुश्किल थे। विशेषज्ञों का मानना है कि हेलिकॉप्टर के स्पेयर पार्ट्स प्राप्त करने में कठिनाई "दुर्घटना में एक कारक हो सकती है"।
बेल 212 की सबसे हालिया घातक दुर्घटना सितंबर 2023 में हुई थी। तब एक निजी तौर पर संचालित विमान संयुक्त अरब अमीरात के तट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस प्रकार की सबसे हालिया ईरानी दुर्घटना 2018 में हुई थी, जिसमें चार लोग मारे गए थे। बेल 212 चालक दल सहित 15 लोगों को ले जा सकता है। यह लोगों को ले जाने, हवाई अग्निशमन गियर तैनात करने और नौका कार्गो के लिए अनुकूल है।
दरअसल ईरान के हवाई जहाजों और हेलीकॉप्टर्स का बेड़ा 1979 से पहले का है। इसी समय ईरान में इस्लामिक क्रांति हुई थी जिसके बाद सत्ता ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के हाथ में आ गई। तबसे दुनिया के बाकी मुल्कों खासकर अमेरिका और पश्चिमी देशों के साथ ईरान के संबंध खराब हैं।
कौन थे ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के करीबी कट्टरपंथी मौलवी थे। 63 वर्षीय पूर्व न्यायपालिका प्रमुख एक चुनाव में भारी जीत के बाद सत्ता में आए थे। इब्राहिम रायसी का जन्म 1960 में ईरान के दूसरे सबसे बड़े शहर और देश के सबसे पवित्र शिया मुस्लिम तीर्थस्थल मशहद में हुआ था। उन्होंने 15 साल की उम्र में क़ोम में एक मदरसे में जाना शुरू किया। जब वह एक छात्र थे, तब उन्होंने पश्चिमी समर्थित शाह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में भाग लिया था। ईरान के शाह को अंततः 1979 में अयातुल्ला रुहोल्लाह खुमैनी के नेतृत्व में हुई इस्लामी क्रांति में अपदस्थ कर दिया गया था।
क्रांति के बाद वह न्यायपालिका में शामिल हो गए और अयातुल्ला खामेनेई द्वारा प्रशिक्षित होने के दौरान कई शहरों में अभियोजक के रूप में कार्य किया। 1980 के दशक में राजनीतिक कैदियों की सामूहिक फांसी में उनकी कथित भूमिका की बात भी सामने आई। रायसी के कार्यकाल के दौरान 2022 में पूरे ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शनों का बोलबाला रहा।