वैश्विक बालिका शिक्षा अभियान से जुड़े भारतीय शिक्षक
By भाषा | Published: August 23, 2021 08:56 PM2021-08-23T20:56:09+5:302021-08-23T20:56:09+5:30
वैश्विक शिक्षक पुरस्कार 2020 के विजेता भारतीय शिक्षक रंजीतसिंह डिसाले महामारी से प्रभावित परिदृश्य में लड़कियों की शिक्षा को पटरी पर लाने का आह्वान करने वाले सार्वजनिक, निजी और परोपकारी क्षेत्रों के दुनिया भर की हस्तियों में शामिल हो गए हैं।इन लोगों के एक खुले पत्र में अंतरराष्ट्रीय समुदाय से यह सुनिश्चित करने के लिये कदम उठाने का आह्वान किया गया है कि कोविड-19 के बीच लड़कियों की प्रौद्योगिकी और डिजिटल कौशल प्रशिक्षण तक समान पहुंच हो और लड़कियों की शिक्षा के लिए घरेलू व अंतरराष्ट्रीय वित्तपोषण की रक्षा तथा प्राथमिकता आवश्यक है।महाराष्ट्र के शिक्षक डिसाले कहते हैं, ''एक शिक्षक के रूप में मेरे सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है मेरे स्कूल में लड़कियों की कम उपस्थिति को दूर करना।''उन्होंने कहा, “कोविड-19 महामारी विश्व स्तर पर इस चुनौती को और कठिन बना देगी और मुझे डर है कि अगर हम हरकत में नहीं आए तो लड़कियां एक पीढ़ी पीछे चली जाएंगी। विश्व के नेताओं को लड़कियों की शिक्षा को न केवल अपने शब्दों में, बल्कि अपने कार्यों में और महत्वपूर्ण रूप से अपने बजट में प्राथमिकता देनी चाहिए।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।