लाइव न्यूज़ :

भारत-अमेरिका के बीच तनाव?, रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु से मिले एनएसए अजीत डोभाल, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे की तारीखों पर काम

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 7, 2025 21:25 IST

सूत्र ने कहा, ‘‘एनएसए डोभाल ने अपनी मास्को यात्रा के दौरान कहा कि राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा की तारीखों पर काम किया जा रहा है।’’

Open in App
ठळक मुद्देएनएसए ने अपनी बातचीत में कोई विशेष तिथि या समय नहीं बताया है।सर्गेई शोइगु और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की।ऊर्जा और रक्षा सहयोग के साथ-साथ पुतिन की भारत यात्रा पर भी ध्यान केंद्रित किया गया।

मास्कोः राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने बृहस्पतिवार को रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु से मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक, डोभाल ने कहा कि रूस में अपनी बैठकों में कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे की तारीखों पर काम किया जा रहा है। सूत्रों ने कहा कि एनएसए ने अपनी बातचीत में कोई विशेष तिथि या समय नहीं बताया है।

एक सूत्र ने कहा, ‘‘एनएसए डोभाल ने अपनी मास्को यात्रा के दौरान कहा कि राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा की तारीखों पर काम किया जा रहा है।’’ सूत्रों ने कहा कि मीडिया के एक वर्ग में अगस्त के अंत का जो समय (प्रस्तावित दौरे का) बताया जा रहा है, वह गलत है। डोभाल ने रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की।

जिसमें द्विपक्षीय ऊर्जा और रक्षा सहयोग के साथ-साथ पुतिन की भारत यात्रा पर भी ध्यान केंद्रित किया गया। डोभाल बुधवार को मास्को पहुंचे थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पिछले वर्ष पुतिन के साथ वार्षिक शिखर सम्मेलन तथा कजान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दो बार रूस गए थे। रूसी राष्ट्रपति इस वर्ष वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत आ रहे हैं।

डोभाल की रूस यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब मास्को पर पश्चिमी प्रतिबंधों के बावजूद, नयी दिल्ली द्वारा रूसी कच्चे तेल की निरंतर खरीद को लेकर भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में कुछ तनाव है। डोभाल की मास्को यात्रा के बारे में जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि रूसी अधिकारियों के साथ उनकी बातचीत में द्विपक्षीय ऊर्जा और रक्षा संबंधों के साथ-साथ रूसी कच्चे तेल पर पश्चिमी प्रतिबंधों पर भी चर्चा हुई। उनकी यात्रा ऐसे दिन शुरू हुई, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश जारी कर रूसी तेल खरीदने पर भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगा दिया।

जिसे दोगुना कर 50 प्रतिशत कर दिया गया। शोइगु ने डोभाल के साथ बैठक के बाद कहा कि दोनों देश ‘‘मजबूत, समय की कसौटी पर खरे उतरे मैत्री संबंधों’’ से जुड़े हुए हैं। सरकारी समाचार एजेंसी ‘तास’ के अनुसार उन्होंने कहा, ‘‘हमारे देशों के बीच अब बहुस्तरीय विश्वास-आधारित राजनीतिक वार्ता प्रभावी ढंग से काम कर रही है।

यह राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री मोदी के बीच नियमित संपर्कों पर आधारित है। हमारे नेताओं के बीच अगली पूर्ण वार्ता की तारीखें निर्धारित करना महत्वपूर्ण है।’’ उन्होंने कहा कि मास्को के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात भारत के साथ विशेष रणनीतिक साझेदारी को व्यापक रूप से मजबूत करना है।

जो ‘‘पारस्परिक सम्मान, विश्वास, एक-दूसरे के हितों के प्रति समान विचार तथा एकीकृत एजेंडे को बढ़ावा देने की इच्छा’’ पर आधारित है। उन्होंने कहा, ‘‘हम एक नई, अधिक न्यायसंगत और टिकाऊ विश्व व्यवस्था बनाने, अंतरराष्ट्रीय कानून का शासन सुनिश्चित करने और आधुनिक चुनौतियों और खतरों का संयुक्त रूप से मुकाबला करने के लिए सक्रिय सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’ ‘तास’ ने बताया कि डोभाल ने उम्मीद जताई कि शिखर बैठक द्विपक्षीय संबंधों के विकास के लिए नई दिशा प्रदान करेगी और वार्ता का ‘‘ठोस और स्थायी’’ परिणाम सामने आएगा।

टॅग्स :अजीत डोभालरूसव्लादिमीर पुतिनअमेरिकाडोनाल्ड ट्रंप
Open in App

संबंधित खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतModi-Putin Talks: यूक्रेन के संकट पर बोले पीएम मोदी, बोले- भारत न्यूट्रल नहीं है...

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

विश्व अधिक खबरें

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्वएलन मस्क की चिंता और युद्ध की विभीषिका