VIDEO: 'इमरान खान ने मुझे बताया कि वो जनरल बाजवा को हटाने का प्लान बना रहे थे', PTI सदस्य का सनसनीखेज खुलासा
By मनाली रस्तोगी | Updated: April 6, 2022 14:30 IST2022-04-06T14:29:53+5:302022-04-06T14:30:45+5:30
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के सदस्य आमिर लियाकत हुसैन ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए बड़ा खुलासा किया है। इस वीडियो के जरिये उन्होंने दावा किया कि इमरान खान ने एक बार उन्हें फोन किया था और बताया था कि वह पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल बाजवा को हटाने की योजना बना रहे हैं।

VIDEO: 'इमरान खान ने मुझे बताया कि वो जनरल बाजवा को हटाने का प्लान बना रहे थे', PTI सदस्य का सनसनीखेज खुलासा
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार चर्चा का विषय बने हुए हैं। अपनी सरकार बचाने की जद्दोजहद के बीच खान की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। इस बीच इमरान खान की पार्टी के सदस्य और अब भंग हो चुकी नेशनल असेंबली के सदस्य आमिर लियाकत हुसैन ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया। इस वीडियो के जरिये उन्होंने दावा किया कि इमरान खान ने एक बार उन्हें फोन किया था और बताया था कि वह पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल बाजवा को हटाने की योजना बना रहे हैं।
उन्होंने कहा, "मैं इस बात का गवाह हूं कि आप जनरल बाजवा को हटाना चाहते थे। यह बहुत बड़ी बात है जो मैं आज कह रहा हूं। और मैं ऐसी कई चीजें जानता हूं। अगर मैं उन चीजों को उजागर करता हूं, तो सर्वनाश होगा।" लियाकत हुसैन वीडियो में काफी गुस्से में नजर आ रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा, "आपने सेना में विभाजन पैदा करने की कोशिश की। आपने एक कोर कमांडर को खड़ा करने की कोशिश की और सेना प्रमुख को हटाने की कोशिश की।"
#آئین_کا_غدار_عمران_خان
— Aamir Liaquat Husain (@AamirLiaquat) April 5, 2022
تم نے مجھ سے اکیلے میں کیا کہا یاد ہے کپتان!!! pic.twitter.com/d3jYiIdABa
उन्होंने यह भी कहा कि इमरान खान ने अपने खिलाफ विपक्ष के कदम के पीछे 'विदेशी' उकसावे को साबित करने के लिए जो पत्र पेश किया है वह फर्जी है। उन्होंने कहा, "हममें से कोई भी देशद्रोही नहीं है। लेकिन आपने हम सभी को देशद्रोही कहा। मैं वहां मतदान के लिए भी नहीं था। मैं अस्वस्थ था और जब मैं पहुंचा तो दरवाजे बंद थे। लेकिन अब मैं बनूंगा.." पहले यह बताया गया था कि इमरान खान पेशावर के वर्तमान कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद के माध्यम से सेना के अंदर एक डिवीजन बनाने की कोशिश कर रहे थे, जो उनके करीबी थे।
इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव, जिसे 3 अप्रैल को विधानसभा में अनुमति नहीं दी गई थी, पाकिस्तान सेना के साथ इमरान खान का पतन स्पष्ट था, हालांकि सेना ने राजनीतिक उथल-पुथल से अपनी दूरी बनाए रखी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सेना ने इमरान खान से इस्तीफा देने के लिए कहा था, जिसे खान ने मना कर दिया और इसके बजाय विधानसभा को भंग करने का आह्वान किया।