Gurpatwant Pannun murder plot: चेक गणराज्य पुलिस ने सोमवार को अमेरिकी धरती पर सिख चरमपंथी गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोपी भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को अमेरिका में प्रत्यर्पित किए जाने का पहला दृश्य जारी किया। 52 वर्षीय निखिल गुप्ता को एक साल पहले प्राग में गिरफ्तारी के बाद चेक गणराज्य से शुक्रवार यानी 14 जून को अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था।
चेक गणराज्य पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, "अमेरिका में हत्या की साजिश का संदिग्ध विदेशी शुक्रवार से अमेरिकी न्यायपालिका के हाथों में है।" इसमें कहा गया है कि निखिल गुप्ता को प्राग हवाई अड्डे से सुरक्षित रूप से प्रत्यर्पित किया गया था। पुलिस ने निखिल गुप्ता (उसका चेहरा धुंधला होने के साथ) को एक विमान में ले जाने की वीडियो पोस्ट कीं।
इससे पहले चेक न्याय मंत्री पावेल ब्लेज़ेक ने पुष्टि की थी कि निखिल गुप्ता को अमेरिका में प्रत्यर्पित किया गया है। अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा जारी प्रत्यर्पण आदेशों के तहत निखिल गुप्ता को 30 जून, 2023 को प्राग हवाई अड्डे पर हिरासत में लिया गया था।
अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा कि हत्या में कथित तौर पर निशाना बनाए गए निखिल गुप्ता भारत सरकार के मुखर आलोचक हैं और अमेरिका स्थित एक संगठन का नेतृत्व करते हैं जो पंजाब के अलगाव की वकालत करता है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उसने मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति बनाई है। चेक संवैधानिक अदालत ने मई में निखिल गुप्ता के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी थी।
निखिल गुप्ता ने अमेरिकी अदालत में खुद को निर्दोष बताया
इस बीच सोमवार को निखिल गुप्ता ने न्यूयॉर्क की एक संघीय अदालत में मामले में खुद को निर्दोष बताया। उन्हें न्यूयॉर्क में खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोप में अमेरिकी सरकार के अनुरोध पर पिछले साल चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था। गुरपतवंत पन्नू के पास दोहरी अमेरिकी और कनाडाई नागरिकता है।
गुप्ता के वकील जेफरी चाब्रोवे के अनुसार, गुप्ता को न्यूयॉर्क की एक संघीय अदालत में पेश किया गया, जहां उन्होंने खुद को निर्दोष बताया। अमेरिकी संघीय अभियोजकों का आरोप है कि गुप्ता एक अज्ञात भारतीय सरकारी अधिकारी के निर्देशों के अनुसार काम कर रहे थे। हालांकि, भारत ने ऐसे मामले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है।
गुप्ता के वकील चाब्रोवे ने संघीय अदालत में अपने मुवक्किल के अभियोग से पहले समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, "यह हमारे दोनों देशों के लिए एक जटिल मामला है।" चाब्रोवे ने कहा, "यह बेहद महत्वपूर्ण है कि हम प्रक्रिया में इतनी जल्दी निष्कर्ष पर पहुंचने से बचें। पृष्ठभूमि और विवरण विकसित होंगे जो सरकारी आरोपों को पूरी तरह से नई रोशनी में डाल सकते हैं।"
उन्होंने कहा, "हम उसका बचाव सख्ती से करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि उसे बाहरी दबावों की परवाह किए बिना पूरी उचित प्रक्रिया मिले।" संघीय अभियोजकों का आरोप है कि गुप्ता ने पन्नू को मारने के लिए एक हिटमैन को काम पर रखा था और अग्रिम में 15,000 अमेरिकी डॉलर का भुगतान किया था। गुप्ता ने अपने वकील के माध्यम से आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि उन पर गलत आरोप लगाए गए हैं।