मास्को:रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे बड़े आलोचक और जेल में बंद रूसी विपक्षी नेता एलेक्सी नवालनी सोमवार को यूक्रेन पर रूस आक्रमण के विरोध में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू कर दिया है।
एलेक्सी नवालनी टीम ने ट्विटर पर लिखा, "पुतिन ने यूक्रेन पर युद्ध की घोषणा की है और सभी यही सोच रहे हैं कि यूक्रेन पर रूस यानी हम सभी ने हमला किया था। लेकिन यह सही नहीं है।"
एलेक्सी की टीम ने ट्वीट में कहा, "हमें दिखाना चाहिए कि हम युद्ध का समर्थन नहीं करते हैं। हम सभी रूसियों से सविनय अवज्ञा दिखाने का आह्वान करते हैं। इस संबंध में खामोश मत रहो।"
मालूम हो कि रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे प्रमुख प्रतिद्वंद्वी और आलोचक नवालनी को पिछले साल उस समय जेल में डाल दिया गया था, जब वह जर्मनी से स्वस्थ्य होकर रूस लौटे थे।
एलेक्सी के समर्थकों का आरोप है कि कथित तौर पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के इशारे पर साइबेरिया में एक एजेंट ने उन्हें जहर दे दिया था। लेकिन रूस की पुतिन सरकार नवालनी पर इस तरह के किसी भी हमले से स्पष्ट इनकार किया था।
रूस में एलेक्सी नवालनी पर पुतिन के खिलाफ आंदोलन करने और भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के कारण पुतिन सरकार ने "विदेशी एजेंट" घोषित कर दिया था।
पुतिन सरकार का आरोप है कि एलेक्सी नवालनी पश्चिमी देशों की कठपुतली हैं और वो रूस की सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं। जब पुतिन सरकार ने एलेक्सी नवालनी पर कड़ाई करनी शुरू की तो वो निर्वासन में पश्चिमी देश निकल गये थे।
रूस में विरोध और गिरफ्तारी पर नजर रखने वाले ओवीडी-इन्फो समूह ने 27 फरवरी को कहा कि रूस में यूक्रेन हमले का विरोध करने के कारण अब तक लगभग 6,006 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मालूम हो कि बीते 24 फरवरी को रूस ने पड़ोसी देश यूक्रेन पर हमला कर दिया। रूस नहीं चाहता है कि यूक्रेन अमेरिकी अगुवाई वाले नाटो संघ में शमिल हो। इसके लिए रूस बीते दिसंबर से ही यूक्रेन को चेतावनी दे रहा था।
बीते 6 दिनों से जारी संघर्ष को देखते हुए पुतिन ने कथित तौर पर अपने परमाणु हथियारों को 'अलर्ट' पर रहने का आदेश जारी कर दिया है। जिसके कारण अमेरिका समेत पूरी दुनिया में भारी बेचैनी है।
यूक्रेन में इस वक्त करीब 16 हजार भारतीय छात्र भी फंसे हुए हैं। वहीं मिली जानकारी के मुताबिक यूक्रेन हिंसा में एक भारतीय छात्र की मौत हो गई है।
बताया जा रहा है खारकीव में नवीन शेखरप्पा नाम के 21 सला के भारतीय छात्र की उस वक्त मौत हो गई जब वो रूसी हमले की जद में आ गया। नवीन कर्नाटक के चलागेरी का रहने वाले था और मौत से 2 दिन पहले ही उसने अपने परिवार को वीडियो कॉल करके खुद को सुरक्षित बताया था।
वहीं भारत सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए 'ऑपरेशन गंगा' चला रही है। इस अभियान के तहत अब तक करीब 1,500 के भारतीयों को स्वदेश लाया जा चुका है। भारत सरकार यूक्रेन में फंसे नागरिकों को लाने के लिए उसकी सीमा से सटे हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया समेत कुल 5 देशों के रास्ते 'ऑपरेशन गंगा' चला रही है।
इससे पहले सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया, वीके सिंह, हरदीप सिंह पुरी और किरेन रिजिजू को इस अभियान में शामिल होने को कहा था। पीएम मोदी ने सभी मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाकर रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी करने को कहा है।