Russia Ukraine Crisis: पुतिन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रों की टेलीफोन पर हुई पौने दो घंटे बात, जानें रूस के प्रेसीडेंट ने क्या कहा
By रुस्तम राणा | Published: March 6, 2022 08:56 PM2022-03-06T20:56:45+5:302022-03-06T23:51:05+5:30
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ टेलीफोन कॉल में पुतिन ने कीव को दोषी ठहराते हुए कहा कि युद्ध के बीच कीव अपने प्रमुख यूक्रेनी बंदरगाह शहर मारियुपोल से नागरिकों को निकालने में विपल रहा।
रूस और यूक्रेन की जंग के बीच रविवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रों के बीच पौने दो घंटे तक टेलीफोन पर बातचीत हुई। एएफपी समाचार एजेंसी ने एलिसी पैलेस के हवाले से बताया है कि दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच टेलीफोन पर 1 घंटे 45 मिनट तक वार्ता हुई।
रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ टेलीफोन कॉल में पुतिन ने कीव को दोषी ठहराते हुए कहा कि युद्ध के बीच कीव अपने प्रमुख यूक्रेनी बंदरगाह शहर मारियुपोल से नागरिकों को निकालने में विपल रहा। रूस के राष्ट्रपति ने कहा, अब यह शहर रूसी सैनिकों से घिरा हुआ है।
French President Emmanuel Macron and Russian President Vladimir Putin hold new telephone talks lasting 1 hour 45 minutes, reports AFP news agency quoting Elysee Palace
— ANI (@ANI) March 6, 2022
बता दें कि रविवार को ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन को हथिार डालने की धमकी दी। पुतिन ने यूक्रेन से कहा कि 'सैन्य अभियान' जिसमें सैकड़ों मारे गए हैं, केवल तभी रुकेंगे जब कीव हथियार डाल देगा और क्रेमलिन की सभी मांगों को पूरा करेगा।
पुतिन की यह धमकी तुर्की के प्रधान मंत्री तैयप एर्दोगन के साथ एक टेलीफोन कॉल का हिस्सा थी, जिनसे उन्होंने कहा कि यूक्रेन को शांति वार्ता के तीसरे दौर के लिए 'रचनात्मक' दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी जाएगी।
रूस के राष्ट्रपति ने युद्ध के बीच मैक्रों से पहले भी बातचीत की थी, जिसमें उन्होंने युद्ध विराम को लेकर यूक्रेन के सामने तीन शर्ते रखी थी। रूस ने अपनी पहली शर्त में कहा है कि क्रीमिया पर रूस की संप्रुभता को मान्यता मिलनी चाहिए। दूसरी शर्त के तहत रूस चाहता है कि यूक्रेन अपने देश का विसैन्यकरण करे और आखिरी शर्त में उन्होंने यूक्रेन के तटस्थ रहने की बात कही थी।
पुतिन ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से स्पष्ट कहा है कि यूक्रेन के साथ समझौता तभी संभव है जब रूस के वैध सुरक्षा हितों को बिना शर्त के स्वीकार किया जाए।