France school knife attack: उत्तरी फ्रांस के अर्रास में एक पब्लिक स्कूल में शुक्रवार को चाकू से हमला हुआ है। आतंकवादी हमले का संदेह जताया जा रहा है। हमले में एक शिक्षक की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। बीएफएमटीवी की रिपोर्ट के अनुसार चाकू से कई घाव लगने से स्कूल के एक कर्मचारी की हालत गंभीर है।
दूसरा शिक्षक कम गंभीर रूप से घायल हुआ है। बीएफएमटीवी ने कहा कि हमला गैम्बेटा हाई स्कूल में स्थानीय समयानुसार शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे (5 बजे ईटी) हुआ। फ्रांस के आंतरिक मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन की एक्स पर एक पोस्ट के अनुसार, हमलावर को पुलिस ने हिरासत में लिया था।
चेचन मूल के एक व्यक्ति ने शुक्रवार को उत्तरी फ्रांस में अपने पूर्व हाई स्कूल में एक शिक्षक की चाकू मारकर हत्या कर दी और दो अन्य लोगों को गंभीर रूप से घायल कर दिया। आरोपी फ्रांसीसी सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी में था। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इजराइल और हमास के बीच जारी युद्ध को लेकर वैश्विक स्तर पर बढ़ते तनाव के मद्देनजर संभावित आतंकवादी हमले के कोण से पूरी घटना की जांच की जा रही है। लेकिन यह एक अन्य शिक्षक सैमुअल पैटी के लगभग तीन साल पहले सिर कलम कर की गई हत्या के बाद हुई है।
पेरिस क्षेत्र के एक स्कूल के पास एक चेचन कट्टरपंथी ने पैटी का गला काट दिया था। फ्रांस के आंतकवाद रोधी अभियोजकों ने बताया कि वह आरस शहर के गैमबेट्टा कैनॉट हाईस्कूल में हुई इस घटना की जांच का नेतृत्व कर रहे हैं जिसमें 11 से 18 साल के छात्र पंजीकृत हैं। आरस शहर पेरिस से 185 किलोमीटर दूर उत्तर में स्थित है।
उन्होंने बताया कि वे संदिग्ध के खिलाफ आंतकवाद से जुड़ी हत्या एवं हत्या की कोशिश सहित विभिन्न कोण से मामले की जांच कर रहे हैं। राष्ट्रीय पुलिस ने बताया कि संदिग्ध हमलावर रूसी नागरिक और चेचन मूल का है। फ्रांसीसी खुफिया सेवा ने बताया कि वह संदिग्ध पर गर्मियों से ही टेलीफोन निगरानी आदि से नजर रख रही थी और बृहस्पतिवार को ही उसे पुलिस जांच के लिए रोका गया था लेकिन उसके पास कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।
घटना स्थल पर सबसे पहले पहुंचे पुलिस अधिकारियों में से एक स्लीमैन हमजी ने बताया कि संदिग्ध हमलावर स्कूल का पूर्व छात्र है और ‘अल्लाह हू अकबर’ चिल्ला रहा था। हमजी ने बताया कि उसे स्कूल के बाहर से जा रहे एक अन्य अधिकारी ने सूचित किया और अंदर बुलाया।
उन्होंने बताया कि वह चिल्ला रहा था कि कोई चाकू से हमला कर रहा है। हमजी ने कहा कि वह स्कूल पहुंचे और देखा कि एक पीड़ित पुरुष स्कूल के बाहर जमीन पर पड़ा हुआ है और हमलावर को ले जाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘सहकर्मी तुरंत पहुंचे लेकिन दुर्भाग्य से पीड़ित को नहीं बचा सके।’’ पुलिस ने बताया कि दो पुरुष, एक शिक्षक और सुरक्षा गार्ड गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, आंतरिक और शिक्षा मंत्रियों के साथ आरस स्थित घटनास्थल पर पहुंचे।मैक्रों स्कूल के सामने पार्किंग में मौजूद शिक्षक के कंबल से ढके शव के सामने एक पल के लिए रुके, तब फोरेंसिक विशेषज्ञ शव के आसपास जांच कर रहे थे और खून के निशान दिख रहे थे। मैक्रों ने कहा कि पीड़ित ने ‘‘आगे बढ़कर शायद कई लोगों की जान बचाई।’’
उन्होंने कहा कि पुलिस ने शिक्षक पर प्राणघातक हमला करने के बाद एक अन्य फ्रांसीसी क्षेत्र में ‘हमले के प्रयास’ को विफल कर दिया, लेकिन उन्होंने विवरण नहीं दिया। फ्रांसीसी सरकार ने अधिकारियों को देशभर के स्कूलों में सतर्कता बढ़ाने का निर्देश दिया है।
खुफिया सेवाओं ने द एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि हाल के दिनों में संदिग्ध हमलावर द्वारा टेलीफोन पर की गई बातचीत में हमले का कोई संकेत नहीं मिला, जिसके आधार पर खुफिया अधिकारी इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि हमलावर ने शुक्रवार को अचानक हमले का फैसला किया है।
फ्रांसीसी खुफिया ने कहा कि संदिग्ध के भाई को 2019 की गर्मियों में फ्रांस की आतंकवाद रोधी खुफिया सेवा ‘डीजीएसआई’ द्वारा एक हमले की योजना में शामिल होने के संदेह में गिरफ्तार किया गया था, जिसे विफल कर दिया गया था और वह जेल में है। पुलिस ने कहा कि आरोपी के एक और भाई को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया।
घटना के बाद सैकड़ों की संख्या में पुलिस कर्मियों को स्कूल और आसपास तैनात किया गया है जिनमें हथियारबंद इकाई भी शामिल है और परिसर के चारों ओर अवरोधक लगा दिए गए हैं। अभिभावकों ने कहा कि उनके बच्चे हमले के तीन घंटे बाद भी स्कूल में ही हैं। शुक्रवार का हमला पेरिस के उपनगरीय इलाके में एक स्कूल के बाहर एक शिक्षक का सिर धड़ से अलग करने की घटना के तीन साल बाद हुआ।
इतिहास और भूगोल के शिक्षक सैमुअल पैटी की 16 अक्टूबर, 2020 को 18 वर्षीय एक लड़के ने हत्या कर दी गई, जो कट्टरपंथी बन गया था। उक्त घटना में शुक्रवार को ही हुई थी और उसे भी चेचन पृष्ठभूमि के संदिग्ध ने ही अंजाम दिया था। गैमबेट्टा हाईस्कूल में दर्शनशास्त्र के शिक्षक मार्टिन दोउसाउ ने बताया कि हमलावर इतिहास के शिक्षक की तलाश कर रहा था।
यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब पिछले सप्ताहांत दक्षिणी इजराइल पर हमास के हमले और इसके बाद इजराइल के पलटवार में दोनों पक्षों की ओर से सैकड़ों लोगों की मौत के बाद तनाव का माहौल है। इजराइल द्वारा गाजा पर की जा रही भीषण बमबारी के खिलाफ कई मुस्लिम देशों में जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन का आह्वान किया गया है।
फ्रांस के आंतरिक मामलों के मंत्री ने बृहस्पतिवार को स्थानीय अधिकारियों को हमास के हमले के बाद बढ़ी यहूदी विरोधी घटनाओं के मद्देनजर फलस्तीन के समर्थन में सभी तरह के प्रदर्शनों पर रोक लगाने का आदेश दिया। एक आकलन के मुताबिक इजराइल और अमेरिका के बाद फ्रांस दुनिया का तीसरा देश है जहां सर्वाधिक यहूदी आबादी निवास करती है।
वहीं, पश्चिम यूरोप में फ्रांस ऐसा देश भी है जहां पर मुस्लिमों की सबसे अधिक आबादी है। फ्रांसीसी संसद के निचले सदन की उपाध्यक्ष नैमा मौचु ने कहा कि नेशनल असेंबली ‘‘पीड़ितों, उनके परिवारों और शिक्षा समुदाय के प्रति एकजुटता प्रकट करती है, जानकारी मिली है कि हमले में एक शिक्षक की मौत हो गई है और कई अन्य घायल हुए हैं।’’