वॉशिंगटन: साल 2018 में तुर्की स्थित सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में मारे गये पत्रकार जमाल खशोगी की मंगेतर ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बीच हुई मुलाकात को बेहद निराशाजनकर कहा।
खशोगी की मंगेतर हतीजे जेंग्गिज़ ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने उस शख्स से हाथ मिलाया है, जिसने खशोगी की हत्या का आदेश दिया था। राष्ट्रपति बाइडन ने एक आरोपी व्यक्ति को मान्यता देने का काम किया है।
खशोगी की मंगेतर हतीजे जेंग्गिज़ ने इस संबंध में ट्वीट करके लिखा, "मेरे मंगेतर इसे देखकर कहते कि क्या ये वो जवाबदेही है, जिसका आपने मेरी हत्या के लिए वादा किया था। एमबीएस (सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान) के अगले शिकार का ख़ून आपके हाथों में है।"
समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार 'द वाशिंगटन पोस्ट' के मुताबिक राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने चुनाव के वक्त सऊदी की ख़राब मानवाधिकार रिकॉर्ड के चलते उन्हें विश्व समुदाय से अलग-थलग करने की बात कही थी। लेकिन अब अरब की तेल की खातिर अपने पूर्व के वादे को तोड़ रहे हैं।
सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को खशोगी की हत्या के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराने वाली का कहना है कि अक्टूबर 2018 में तुर्की के सऊदी दूतावास में उनकी हत्या के सऊदी एजेंटों ने उस वक्त अंजाम दिया, जब वो हतीजे जेंग्गिज़ के साथ निकाह करने के लिए कागजी कार्रवाई करने के लिए गये हुए थे।
आरोप है कि इस्तांबुल स्थित सऊदी के वाणिज्य दूतावास में प्रवेश करने के बाद खशोगी कभी बाहर निकले ही नहीं, कहा जाता है कि दूतावास के भीतर ही उनकी हत्या कर दी गई थी। कहा जाता है कि इसका आदेश सीधे सऊदी प्रिंस सलमान के यहां से जारी हुआ था।
मालूम हो कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने सऊदी अरब की यात्रा के दौरान क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ हाथ मिलाते हुए फोटो खिचवाई, जिसे लेकर उनकी अमेरिका में ही बहुत तीखी आलोचना हो रही है।
लेकिन कहा जा रहा है कि राष्ट्रपति बाइडन ने इस मुलाकात के दौरान सऊदी प्रिंस के सामने जमाल खशोगी की हत्या का मुद्दा भी उठाया। जिस पर क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा घटना के संबंध में अपनी भागिदारी से इनकार करते हुए उसे कुछ सऊदी एजेंटों का कार्य बताया।
सऊदी की राजधानी जेद्दा की यात्रा पर पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने खशोगी की हत्या का मामले में नरमी दिखाते हुए 36 साल के सऊदी प्रिंस से बेहद गर्मजोशी के साथ मुलाकात की।
इस मामले में अमेरिकी अखबार 'द वाशिंगटन पोस्ट' के मालिक और सीईओ फ्रेड रयान ने अपने दिवंगत योगदानकर्ता की मौत के लिए जवाबदेही की मांग करते हुए कहा, "राष्ट्रपति बिडेन और मोहम्मद बिन सलमान का हाथ मिलाने से बदतर कुछ नहीं हो सकता है, यह बेहद शर्मनाक है।"