रोम: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इटली के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी के साथ इटली की राजधानी रोम में बैठक की। इस दौरान दोनों देशों के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने, प्रवासन साझेदारी समझौते और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के कार्यक्रमों पर हस्ताक्षर हुए।
खबरों के के मुताबिक बीते गुरुवार को दोनों नेताओं के बीच हुई इस मुलाकात में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने के साथ-साथ पश्चिम एशिया की मौजूदा स्थिति, यूक्रेन-रूस संघर्ष और भारत-प्रशांत मुद्दों पर बातचीत हुई।
विदेश मंत्री जयशंकर ने सोशल प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर किये एक पोस्ट में कहा, "आज शाम उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी के साथ एक व्यापक और बेहद कारगर बैठक हुई। बैठक में दोनों देशों के मध्य रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने के बारे में बातचीत हुई। इस बात पर भी सहमति हुई कि दोनों देश मिलकर कृषि-तकनीक, अंतरिक्ष, रक्षा और डिजिटल डोमेन में संभावनाओं को तलाशने के लिए मिलकर काम करेगे।"
जयशंकर ने आगे कहा, "हमारे बीच पश्चिम एशिया की स्थिति, यूक्रेन-रूस संघर्ष और इंडो-पैसिफिक के बारे में विस्तार से बात हुई। हमने जी20 प्रेसीडेंसी बनने के लिए भारत के जरूरी समर्थन के लिए इटली की सराहना की। आखिर में रिश्तों की गतिशीलता, प्रवासन साझेदारी समझौते और सांस्कृतिक विनिमय कार्यक्रम पर हमारे बीच हस्ताक्षर हुए।"
इससे पहले दिन में विदेश मंत्री जयशंकर ने इटली के रक्षा मंत्री गुइडो क्रोसेटो से भी मुलाकात की और भारत-इटली रक्षा साझेदारी को मजबूत करने पर व्यापक चर्चा की।
मालूम हो कि बीते बुधवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इटली की अपनी आधिकारिक यात्रा शुरू करते हुए इतालवी सीनेट सदस्यों के साथ बातचीत की थी। जयशंकर ने सीनेट के विदेश मामलों और रक्षा आयोग के संयुक्त सत्र को भी संबोधित किया था।
विदेश मंत्री जयशंकर ने संयुक्त सत्र के संबोधन के दौरान इजरायल-हमास युद्ध के बढ़ने का जिक्र करते हुए कहा कि विश्व में जहां आतंकवाद है, वो भारत को 'अस्वीकार्य' है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि फिलिस्तीन के मुद्दे का भी समाधान निकालना बहुत जरूरी है। इससे पहले जयशंकर 31 अक्टूबर से 1 नवंबर तक दो दिनों के लिए पुर्तगाल में थे।