अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि नासा को चांद पर जाने की कोशिश की बजाय दूसरी चीजों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट किया, 'हम जो पैसे खर्च कर रहे हैं, उस पर नासा को चांद पर जाने की बात नहीं करनी चाहिए। हमने वैले 50 साल पहले कर दिया था। उन्हें दूसरी बड़ी चीजों पर ध्यान देना चाहिए जिसे हम कर रहे हैं, इसमें मंगल (जिसका चांद भी हिस्सा है), रक्षा और विज्ञान के क्षेत्र शामिल हैं।'
हालांकि, ट्रंप ने जो ट्वीट किया उसमें यह साफ नहीं हो सका है कि वे 'मंगल ग्रह' को लेकर नासा के मिशन पर क्या कहना चाह रहे हैं। पिछले महीने ट्रंप ने कहा था कि अंतरिक्ष में शोध के लिए वे और 1.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर का प्रस्ताव करने जा रहे हैं।
बता दें कि हाल में आई कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि अमेरिका 1970 के दशक के बाद पहली बार 2020 और 2021 में चांद पर उपकरण भेजने की योजना बना रहा है। यह 2024 में चांद पर लोगों को भेजने के अमेरिकी मिशन का हिस्सा होगा। हालांकि, ट्रंप के ट्वीट ने अब नासा के मिशन को लेकर उलझन बढ़ा दी है।
नासा ने कुछ दिन पहले कहा कि ‘अर्तेमिस’ कार्यक्रम के तहत चांद पर उपकरण भेजने के लिए उसने अमेरिकी कंपनियों एस्ट्रोबॉटिक, इंट्यूटिव मशीन्स और ऑर्बिट बियॉड को चुना है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके प्रशासन ने चांद पर लोगों को भेजने के कार्यक्रम में बदलाव करते हुए उसे चार साल पहले, 2024 तय किया है। उक्त तीनों कंपनियों ने अलग-अलग आकार के अपने-अपने यान तैयार किए हैं। तीनों यान नासा के उपकरणों की 23 खेप चांद पर पहुंचाएंगे। पहली खेप सितंबर 2020 में भेजी जाएगी।