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डोनाल्ड ट्रंप सरकार ने H-1B वीजा में किया छूट का ऐलान, कुछ शर्तों के साथ अमेरिका में लौटने की अनुमति

By पल्लवी कुमारी | Updated: August 13, 2020 07:27 IST

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रोजगार आधारित कई अमेरिकी वीजा प्रोगाम पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी थी। जून 2020 में डोनाल्ड ट्रंप ने H1-B वीजा निलंबित करने की घोषणा की थी।

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ठळक मुद्देडोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने तकनीकी विशेषज्ञों, वरिष्ठ-स्तरीय प्रबंधकों और अन्य कर्मियों को भी यात्रा की अनुमति दी है, जो H-1B वीजा रखते हैं।अमेरिका में H-1B वीजा की प्रत्येक वित्त वर्ष में वार्षिक सीमा 65,000 की है।

वाशिंगटन:अमेरिका की डोनाल्ड ट्रंप सरकार ने एच-1बी वीजा (H-1B Visa) के कुछ नियमों में ढील देने का ऐलान किया है। ट्रंप सरकार के इन फैसलों से कुछ शर्तों के साथ H-1B वीजा धारकों को अमेरिका में लौटने की अनुमति मिलेगी। इससे उन लोगों को फायद मिलेगा, जो वीजा प्रतिबंध की वजह से नौकरी छोड़कर गए थे। इसलिए अगर वह फिर से उन्ही नौकरी में वापस आ रहे हैं, जिसमें वह वीजा प्रतिबंध के ऐलान के पहले थे, तो इसमें उन्हें फायदा मिलेगा। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के सलाहकार ने कहा कि इनमें प्राइमरी वीजाधारक की पत्नी और बच्चों को भी उनके साथ यात्रा की अनुमति दी जाएगी।

पहली नौकरी में ही करेंगे वापसी तो अमेरिका आने की मिलेगी अनुमित

अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट के सलाहकार के मुताबिक जो भी आवेदक अमेरिका में अपनी पहली ही नौकरी के लिए अपील करेंगे तो H-1B वीजा की कुछ शर्तों में राहत की वजह से उन्हे फायदा मिलेगा। 

अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट के सलाहकार के अनुसार जो भी आवेदक अमेरिका में अपनी पहले की अपनी कंपनी में नौकरी के लिए अपील करेंगे तो H-1B वीजा की कुछ शर्तों में राहत की वजह से उन्हें इसका फायदा मिल सकता है। अगर वह अपने पुराने रोजगार को अमेरिका में फिर से शुरू करना चाहते हैं तो उन्हें अमेरिका आने की इजाजत दी जाएगी। 

डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने तकनीकी विशेषज्ञों, वरिष्ठ-स्तरीय प्रबंधकों और अन्य कर्मियों को भी यात्रा की अनुमति दी है, जो H-1B वीजा रखते हैं। यही नहीं उनकी यात्रा अमेरिका के तुरंत और निरंतर आर्थिक सुधार को सुविधाजनक बनाने के लिए बेहद जरूरी है। 

डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने 23 जून को H-1B वीजा पर लगाया था रोक

डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने 23 जून को इस महत्वपूर्ण चुनावी वर्ष में अमेरिकी कर्मचारियों के संरक्षण के लिए एच-1बी वीजा और अन्य प्रकार के विदेशी कार्य वीजा को 2020 के अंत तक स्थगित कर दिया था। एच-1बी वीजा भारतीय आईटी पेशेवरों में काफी लोकप्रिय है। यह एक गैर-आव्रजक वीजा है। इसके जरिये अमेरिकी कंपनियां तकनीकी या अन्य विशेषज्ञता वाले पदों पर विदेशी कर्मचारियों की नियुक्ति कर सकती हैं। अमेरिका की प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनियां हर साल इस वीजा के आधार पर चीन और भारत से हजारों पेशेवरों की नियुक्त करती हैं। अमेरिका में H-1B वीजा की प्रत्येक वित्त वर्ष में वार्षिक सीमा 65,000 की है।

टॅग्स :अमेरिकाएच-1बी वीजाडोनाल्ड ट्रम्प
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