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दक्षिण चीन सागर में चीनी जहाज ने फिलिपीन के जहाज को टक्कर मारी, दोनों देशों के बीच बढ़ा तनाव

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 10, 2023 17:39 IST

फिलीपीन तटरक्षक द्वारा जारी किए गए ड्रोन वीडियो फुटेज और तस्वीरों में दो चीनी तटरक्षक जहाज अलग-अलग फिलीपीन तटरक्षक गश्ती जहाज, बीआरपी काबरा और एक छोटी आपूर्ति नाव पर करीब से पानी की बौछार करते दिख रहे हैं।

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ठळक मुद्देफिलीपीन के तटरक्षक ने आरोप लगाया हैफिलीपीन तटरक्षक द्वारा जारी किए गए ड्रोन वीडियो तीन जहाजों पर पानी की बौछारें कीं और उनमें से एक जहाज को टक्कर मार दी

नई दिल्ली: दक्षिण चीन सागर में चीन अपने पड़ोसियों को धमकाने और हेकड़ी दिखाने से बाज नहीं आ रहा है। फिलीपीन के तटरक्षक ने आरोप लगाया है कि चीनी तटरक्षक ने रविवार को एक विवादित शोल क्षेत्र में उसके तीन जहाजों पर पानी की बौछारें कीं और उनमें से एक जहाज को टक्कर मार दी। बताया गया है कि टक्कर से जहाज के इंजन को गंभीर क्षति पहुंची है।

शोल, रेतीले और चट्टानों से घिरा समुद्री क्षेत्र हैं, जहां प्रचुर मात्रा में मछलियां पाई जाती हैं। आरोप है कि चीन ने एक दिन पहले भी इसी तरह के एक विवादित शोल में इसी तरह की हरकत की थी। तटरक्षक के प्रवक्ता कमोडोर जे तारिएला ने कहा कि टकराव की हालिया घटना ‘सेकंड थॉमस शोल’ के पास हुई, जब फिलीपीन की नौसेना द्वारा संचालित दो आपूर्ति नौकाएं और फिलीपीन तट रक्षक एस्कॉर्ट जहाज लंबे समय से फंसे हुए नौसेना के जहाज में फिलीपीन के सुरक्षा बलों को भोजन और अन्य आपूर्ति देने के लिए रास्ते में थे। 

यह स्थान एक क्षेत्रीय चौकी के रूप में कार्य करता है। इस संबंध में कोई अन्य जानकारी नहीं दी गई। फिलीपीन तटरक्षक द्वारा जारी किए गए ड्रोन वीडियो फुटेज और तस्वीरों में दो चीनी तटरक्षक जहाज अलग-अलग फिलीपीन तटरक्षक गश्ती जहाज, बीआरपी काबरा और एक छोटी आपूर्ति नाव पर करीब से पानी की बौछार करते दिख रहे हैं। चीनी अधिकारियों की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई। विवादित क्षेत्र को नियंत्रित करने के अपने वर्षों पुराने प्रयास के तहत चीन के जहाजों ने फिलीपीन के कब्जे वाले ‘सेकंड थॉमस शोल’ को घेर रखा है। दोनों देश विवादित क्षेत्र पर अपना- अपना दावा करते हैं और अपने इसी प्रयास के तहत चीनी जहाजों ने विवादित क्षेत्र में फिलीपीन की आपूर्ति नौकाओं का आवागमन रोक दिया है। 

चीन और फिलीपीन के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है और इन घटनाओं ने सशस्त्र संघर्ष की आशंकाओं को जन्म दिया है। अमेरिका ने फिलीपीन के सुरक्षा बलों पर सशस्त्र हमले की स्थिति में अपने संधि सहयोगी देश की रक्षा करने की रक्षा का संकल्प जताया है। शनिवार के टकराव में चीनी तट रक्षक और उसके साथ आए जहाजों ने फिलीपीन के तीन मत्स्य पालन जहाजों पर पानी की बौछारें भी कीं, ताकि उन्हें उत्तर-पश्चिमी फिलीपींस के विवादित जल क्षेत्र में स्कारबोरो शोल के पास जाने से रोका जा सके। अधिकारियों ने कहा कि उस हमले से फिलीपीन ब्यूरो ऑफ फिशरीज एंड एक्वाटिक रिसोर्सेज के तीन जहाजों में से एक के संचार और नेविगेशन उपकरण को ‘‘गंभीर क्षति’’ हुई। फिलीपीन, अमेरिका और जापान ने इसकी निंदा की। 

क्षेत्रीय विवाद के मामलों से निपटने वाले फिलीपीन सरकार के एक कार्य बल ने शनिवार को कहा, ‘हम मांग करते हैं चीनी सरकार इन आक्रामक गतिविधियों को रोकने और अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए तत्काल कार्रवाई करे और फिलीपीन की संप्रभुता का उल्लंघन करेने वाले एवं देश के मछुआरों के जीवन और आजीविका को खतरे में डालने वाले कार्यों से दूर रहे।’ फिलीपीन में अमेरिकी राजदूत मैरीके कार्लसन ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में चीन की ‘आक्रामक, अवैध कार्रवाइयों’ की निंदा की।

टॅग्स :चीनफिलीपींसPhilippine Navyनेवीअमेरिका
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