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चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भारत से जारी तनाव के बीच सेना को दिए युद्ध की तैयारी के आदेश

By अनुराग आनंद | Updated: October 14, 2020 18:27 IST

सेना की छावनी में संबोधित करते हुए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि ईमानदारी से चीनी सेना के हर जवान दिल व दिमाग से युद्ध की तैयारी में लग जाएं।

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ठळक मुद्देशी जिनपिंग ने सैनिकों को पूरी तरह से वफादार होकर युद्ध की तैयारी करने के लिए कहा है।शी जिनपिंग ने कहा कि सेना के किसी भी निर्माण कार्य को तेजी समाप्त किया जाए। शी जिनपिंग ने अधिकारियों के लिए सभी तरह के लड़ाईयों के लिए जल्द से जल्द तैयारी करने के लिए कहा है।

नई दिल्ली: भारत व चीन के बीच लद्दाख सीमा पर जारी तनाव के बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है। मिल रही जानकारी के मुताबिक, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सेना की एक छावनी में जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि चीनी सेना के हर जवान दिल व दिमाग से युद्ध की तैयारी में लग जाएं। 

इंडिया टुडे रिपोर्ट की मानें तो इस दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि चीनी सेना के हर जवान देश के प्रति ईमानदार होकर बड़े लक्ष्य की प्राप्ति के लिए तैयारी करें। भारत व ताइवान के साथ जारी तनाव के बीच शी जिनपिंग ने मंगलवार को ग्वांगडोंग में एक सैन्य अड्डे का दौरा किया। इस दौरान ही उन्होंने कहा कि चीनी सैनिकों को युद्ध की तैयारी के लिए अपने दिमाग और ऊर्जा का इस्तेमाल करें।

मिल रही जानकारी की मानें तो चीनी सरकार की समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने इस खबर को सबसे पहले मीडिया के साथ साझा की है। हालांकि, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि शी जिनपिंग की यह टिप्पणी भारत, अमेरिका या फिर ताइवान जैसे किसी दूसरे देशों के लिए सेना को दी गई है। इन दिनों चीन भारत के अलावा दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में भी ताइवान जैसे देशों से उलझा हुआ है। जपान के साथ भी चीन का सीमा विवाद है। चीन द्वारा समुद्र में किए जा रहे अतिक्रमण का विरोध अमेरिका करता है, ऐसे में चीन का अमेरिका के साथ भी विवाद है। 

पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के मरीन कॉर्प्स में अपने संबोधन में, शी जिनपिंग ने सैनिकों को पूरी तरह से वफादार और अपने देश के प्रति बिल्कुल समर्पित होकर हाई अलर्ट की स्थिति में रहने के लिए कहा है।

यही नहीं अपने संबोधन में शी जिनपिंग ने कहा कि सेना के किसी भी निर्माण कार्य को तेजी समाप्त किया जाए। शी ने सेना के अधिकारियों के लड़ाई की क्षमताओं को बढ़ाने व अपनी कमी को दूर करने के लिए जो भी बदलाव करने हैं, उसे जल्द समाप्त करने का आदेश दिया है। 

आपको बता दें कि पूर्वी लद्दाख के कई सारे जगहों पर चीन व भारतीय सेना के बीच जारी तनाव के बावजूद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने संसदीय समिति को इन क्षेत्रों में दौरे की अनुमति दे दी है। 

रिपोर्ट की मानें तो पिछले माह संसदीय समिति पब्लिक अकाउंट कमेटी (पीएसी )की तरफ से अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर कुछ सांसदों के साथ लद्दाख क्षेत्र का दौरा करने, वहां तैनात जवानों के साथ बातचीत करने और उनके कामकाज की स्थितियों और आवश्‍यकताओं को समझने के लिए यात्रा की अनुमति मांगी थी।

इसी पत्र के जवाब में लोकसभा अध्यक्ष ने इस संसदीय समिति को पीएसी के सदस्य सांसदों के साथ लद्दाख के फॉरवर्ड पोस्ट पर जाने की अनुमति दे दी है। मिल रही जानकारी के मुताबिक, सभी सांसद 28-29 अक्टूबर को लेह की यात्रा कर सकते हैं।

पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के समाधान के लिए भारत ने सोमवार को चीन के साथ सातवें दौर की सैन्य वार्ता में बीजिंग से अप्रैल पूर्व की यथास्थिति बहाल करने और विवाद के सभी बिन्दुओं से चीनी सैनिकों की पूर्ण वापसी करने को कहा। सरकारी सूत्रों ने यह बात कही। 

मिल रही जानकारी के मुताबिक, इस वार्ता के दौरान भी चीन ने एक बार फिर साफ शब्दों में भारत से कहा है कि चीन लद्दाख को भारत का हिस्सा नहीं मानता है और भारत ने लद्दाख को अवैध तरह से केंद्र शासित प्रदेश बनाया है। 

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