लाइव न्यूज़ :

जलवायु संकट से निपटने में चीन महत्वपूर्ण : जॉन कैरी

By भाषा | Updated: September 2, 2021 20:07 IST

Open in App

बीजिंग, दो सितंबर (एपी) वैश्विक तापमान में बढ़ोतरी को रोकने में सहयोग के लिए चीन को कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने का प्रयास करने की जरूरत है। यह बात अमेरिका के जलवायु दूत जॉन कैरी ने बृहस्पतिवार को कही। विदेश विभाग ने बताया कि कैरी ने चीन के उप प्रधानमंत्री हान झिंग से एक डिजिटल बैठक में कहा कि चीन के ‘‘पूरी तरह जुड़ने एवं प्रतिबद्धता’’ के बगैर दुनिया जलवायु संकट का समाधान नहीं कर सकती है। गौरतलब है कि चीन दुनिया में ग्रीन हाउस गैस का सबसे बड़ा उत्सर्जक है, जो करीब 27 फीसदी ग्रीन हाउस गैस का उत्सर्जन करता है। इसके बाद अमेरिका का नंबर आता है। कैरी वार्ता के लिए चीन के तानजिंग शहर में हैं। वह प्रयास कर रहे हैं कि तापमान में बढ़ोतरी 1.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक नहीं हो। स्कॉटलैंड के ग्लासगो शहर में नवंबर में होने वाले संयुक्त राष्ट्र के सम्मेलन कोप-26 में वैश्विक स्तर पर कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने पर चर्चा होगी। विदेश विभाग ने एक बयान में कहा, ‘‘दूत कैरी ने इस महत्वपूर्ण दशक में दुनिया के देशों द्वारा गंभीर जलवायु कार्रवाइयों और वैश्विक जलवायु महत्वाकांक्षा को मजबूत करने पर जोर दिया।’’ चीन की सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ ने बताया कि हान ने कैरी से कहा कि जलवायु परिवर्तन से निपटने में चीन ने ‘‘बड़ा प्रयास’’ किया है और इसके ‘‘उल्लेखनीय परिणाम’’ हासिल हुए हैं। शिन्हुआ ने हान के हवाले से बताया कि चीन ने ‘‘उम्मीद जताई कि अमेरिकी पक्ष भी जलवायु परिवर्तन से संयुक्त रूप से निपटने में उपयुक्त माहौल बनाएगा।’’ चीन पहुंचने से पहले कैरी मंगलवार को जापानी अधिकारियों के साथ जलवायु मुद्दों पर चर्चा के लिए मंगलवार को जापान में रुके थे। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने बुधवार को अमेरिका के जलवायु दूत जॉन कैरी को आगाह किया कि पहले से खराब हो रहे अमेरिका-चीन के संबंध जलवायु परिवर्तन पर दोनों देशों के बीच सहयोग को कमतर कर सकते हैं। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक समाचार विज्ञप्ति के अनुसार, वांग ने बुधवार को वीडियो लिंक के जरिए कैरी से कहा कि ऐसा सहयोग वृहद संबंधों से अलग नहीं किया जा सकता और उन्होंने अमेरिका से संबंधों में सुधार लाने के कदम उठाने का आह्वान किया। ‘सीजीटीएन’ पर दिखाई बैठक की एक संक्षिप्त वीडियो क्लिप के अनुसार, जलवायु वार्ता के लिए चीन के तियानजिन शहर में मौजूद कैरी ने कहा कि चीन जलवायु परिवर्तन से निपटने के प्रयासों में ‘‘बेहद अहम भूमिका निभाता है।’’ व्यापार, प्रौद्योगिकी और मानवाधिकारों पर विवाद के कारण अमेरिका और चीन के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं। लेकिन दोनों देशों ने जलवायु संकट को संभावित सहयोग के क्षेत्र के तौर पर पहचाना है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने बुधवार को एक दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘चीन और अमेरिका के बीच कुछ मुद्दों पर मतभेद हैं। साथ ही हमारे जलवायु परिवर्तन जैसे कई क्षेत्रों में साझा हित हैं। दोनों पक्षों को एक-दूसरे का सम्मान और परस्पर लाभकारी सहयोग करते हुए संवाद बनाए रखना चाहिए।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

ज़रा हटकेViral Video: रोबोट है या लड़की? पहचानों तो जानें, चीन का ये वीडियो इंटरनेट पर तहलका मचा रहा है, देखिए

भारतराज्यवर्धन राठौर ने सोनिया और राहुल पर लगाया चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से गुप्त समझौते का आरोप, कांग्रेस ने कहा, 'आप देशद्रोहियों के साथ हैं'

विश्वचीन: बीजिंग की भयानक बाढ़ में 21 लोगों की मौत, 26 लापता, 140 वर्षों में दर्ज हुई सबसे अधिक वर्षा

विश्वचीन ने अमेरिका के लिए खड़ी की मुसीबत, बीजिंग में चीनी हैंकरों ने अमेरिकी राजदूत के ईमेल अकाउंट में लगाई सेंध

विश्वमीडिया विवाद के बीच चीन ने आखिरी भारतीय पत्रकार को इस महीने देश छोड़ने को कहा

विश्व अधिक खबरें

विश्वFrance: क्रिसमस इवेंट के दौरान ग्वाडेलोप में हादसा, भीड़ पर चढ़ी कार; 10 की मौत

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए