चीन: बीजिंग की भयानक बाढ़ में 21 लोगों की मौत, 26 लापता, 140 वर्षों में दर्ज हुई सबसे अधिक वर्षा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 3, 2023 10:18 AM2023-08-03T10:18:06+5:302023-08-03T10:23:36+5:30
चीन की राजधानी बीजिंग भयानक बाढ़ की चपेट में है। जानकारी के अनुसार बाढ़ की चपेट में कम से कम 21 लोगों की जान चली गई है।
बीजिंग:चीन की राजधानी बीजिंग भयानक बाढ़ की चपेट में है। जानकारी के अनुसार बाढ़ की चपेट में कम से कम 21 लोगों की जान चली गई है। चीन के 140 वर्षों में ये सबसे भयंकर बारिश बताई जा रही है। इसके कारण बीजिंग की सड़कें नहरों में बदल गईं। हालात इतने खराब है कि आपातकालीन कर्मचारी बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए रबर की नावों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
समाचार एजेंसी एपी के अनुसार बीजिंग मौसम विज्ञान ब्यूरो ने बीते बुधवार को बाढ़ के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि बीजिंग में शनिवार और बुधवार सुबह के बीच 744.8 मिलीमीटर (29.3 इंच) बारिश दर्ज की गई।
इस रिकॉर्ड बारिश के कारण बीजिंग और आसपास का हेबेई प्रांत भयंकर बाढ़ की चपेट में आ गया और पानी खतरे के स्तर तक बढ़ गया है। बारिश ने सड़कें नष्ट कर दीं और बिजली-पीने की व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई है। राजधानी के आसपास की नदियों में बाढ़ आ गई, जिससे सड़कों पर खड़ी कारों में पानी भर गया है और लोगों को आवागमन के लिए पैदल यात्रियों के लिए बने पुलों का सहारा लेना पड़ रहा है।
बताया जा रहा है कि बुधवार को बीजिंग के आसपास मूसलाधार बारिश और बाढ़ से बचने के लिए 41 वर्षीय वांग होंग-चून अन्य बचावकर्मियों के साथ रबर की नाव पर सवार थे और वो नाव अचानक पानी तेज बहाव के कारण नदी में पलट गई। नाव पर सवार बचावकर्मियों ने सभी को सुरक्षित बचा लिया है। बारिश और बाढ़ के कारण अभी तक कम से कम 26 लोग लापता हैं।
सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक हेबेई प्रांत का ज़ुओझोउ शहर है, जो बीजिंग के दक्षिण-पश्चिम की सीमा पर है। मंगलवार की रात ज़ुओझोउ की पुलिस ने बचाव कार्य में सहायता के लिए सोशल मीडिया पर एक अपील जारी की। इसके अलावा बचाव दल ने रबर की नावों में बाढ़ग्रस्त शहर का भ्रमण किया और बाढ़ में फंसे लोगों को उनके घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
तटीय जियांग्सू प्रांत के बचाव दल के प्रमुख झोंग होंगजुन ने कहा, "हमें लोगों को बचाने के लिए हर सेकंड, हर मिनट की कीमत को समझना होगा।" झोंग ने कहा कि वह बुधवार दोपहर 2 बजे से काम कर रहे हैं और उन्हें उम्मीद है कि वह रात तक काम करेंगे। उन्होंने अब तक लगभग 200 लोगों को बचाया है। झोंग ने कहा, "हमने जिन लोगों को बचाया उनमें से अधिकतर बुजुर्ग और बच्चे हैं।"