लंदन: प्रधानमंत्री ऋषी सुनक की स्थिति कमजोर हो गई है क्योंकि उनकी पार्टी दो मजबूत सीटों पर उपचुनाव हार गई। दोनों ही सीटें पहले सत्तारूढ़ कंजर्रवेटिव पार्टी के पास थी। इसलिए अब आगामी आम चुनावों की स्थिति को लेकर भी संशय पैदा हो गया है क्योंकि ये दोनों सीटें ही लेबर पार्टी के पाले में पहुंच गई हैं।
उम्मीद जताई जा रही है कि ब्रिटेन के आम चुनाव अगले 15 महीनों के अंदर हो जाए।
अल जजीरा समाचार के मुताबिक, लेबर पार्टी के उम्मीदवार अलीस्टैर स्थ्राथ्रेन को 25 हजार से बढ़त मिली तो वहीं साराह एडवर्ड्स को 20 हजार मतो से जीत प्राप्त हुई है। वहीं, अलीस्टैयर को बेडफ़र्डशायर से जीत मिली और एडवर्ड्स को टैमवर्थ से विजयी हुए हैं।
गवर्निंग पार्टी ने 1931 से मिड बेडफ़र्डशायर और 1996 से टैमवर्थ पर कब्जा कर रखा था। जॉर्ज ओसबोर्न ने चुनाव से पहले ही चेतावनी दी थी कि बेडफ़र्डशायर पार्टी हार सकती है जिसका मतलब यह होगा कि यह राइट विंग पार्टी के लिए सबसे बड़े युद्ध में जाने वाली बात होगी। वो पेशे से एक समाचार पत्र के संपादक भी रह चुके हैं, जिन्होंने कैमरून सरकार में 2015 से 2016 के बीच महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाली।
लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारमर ने एक बयान में कहा कि इन संसदीय क्षेत्रों के लोग बदलाव चाहते थे और वे इसे पूरा करने के लिए उन्होंने वोट दिया और इनपर पार्टी को विजय प्राप्त हुई। ये सभी लोग लेबर पार्टी में अपना विश्वास रखने के लिए तैयार कर चुके हैं।
स्टारमर ने आगे कहा कि 43 वर्षीय पूर्व निवेश बैंकर सुनक ने हाल ही में खुद को एक साहसी सुधारक के रूप में पेश करने की कोशिश की है। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्होंने न कि अब वह बेहतर टेक्नोक्रेट, जिन्होंने घोटालों और आर्थिक उथल-पुथल के बाद अपने दो पूर्ववर्तियों के पद से हटने के बाद ब्रिटेन की विश्वसनीयता को बहला किया।