थिम्पूः भूटान में एक अमेरिकी पर्यटक में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। इस देश में कोरोना वायरस का यह पहला मामला है। प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
सरकार ने संक्रमण रोकने के लिए देश की सीमाएं विदेशी पर्यटकों के लिए दो सप्ताह के लिए बंद कर दी हैं। प्रधानमंत्री लोताय शेरिंग के कार्यालय ने फेसबुक पोस्ट में कहा कि 76 वर्षीय बुजुर्ग दो मार्च को भारत से भूटान पहुंचा था। बुखार होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया।
संक्रमित व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। वह 10 फरवरी को अमेरिका से रवाना हुआ था और 21 फरवरी से एक मार्च तक भारत में था। पोस्ट में कहा गया कि सभी पर्यटकों के लिए तत्काल प्रभाव से दो सप्ताह की पाबंदी लगाई जाती है।
शुक्रवार से राजधानी सहित तीन इलाकों के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि यह पर्यटक भूटान में जिन जिन लोगों के संपर्क में आया था, उन करीब 90 लोगों के बारे में पता लगा लिया गया है और उनमें फिलहाल कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं है। भूटान आने वाले विमान में सवार भारत के आठ नागरिकों को भी पृथक रखा गया है।
कोरोना वायरस : अमृतसर के होटल में पृथक रखे गए 13 ईरानी पर्यटक
अमृतसर, इटली से आए नागरिकों की COVID19 जांच पर SDM विकास हीरा ने कहा कि इटली से 13 नागरिक आए थे। वह सब स्वस्थ हैं। उनमें किसी भी तरह के लक्षण नहीं देखे गए हैं। ये लोगों को जागरूक करने के लिए मॉक ड्रिल थी। मोहाली एयरपोर्ट और अमृतसर एयरपोर्ट पर खास स्क्रीनिंग के इंतजाम किए गए हैं।
ईरान से आए 13 पर्यटकों के एक समूह को अमृतसर के एक होटल में पृथक रखा गया और उन्हें स्वास्थ्य जांच पूरी होने से पहले बाहर जाने से मना किया गया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि वे बृहस्पतिवार की रात अमृतसर पहुंचे थे।
अमृतसर की सिविल सर्जन प्रभदीप कौर ने बताया कि उन्हें (पर्यटकों को) होटल के कमरों में ही पृथक रखा गया है। उन्होंने बताया कि हम उनकी चिकित्सकीय जांच कर रहे हैं और एहतियात के तौर पर सभी पर्यटकों से जांच खत्म होने तक होटल से बाहर नहीं जाने को कहा गया है। कौर ने कहा, ''अगर इनमें से एक में भी लक्षण (कारोनो वायरस के) पाए जाते हैं तो नमूने लिए जाएंगे।''
कोरोना वायरस : जापान सुनामी के बरसी कार्यक्रम को रद्द करेगा
तोक्यो, छह मार्च (एएफपी) कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते जापान नौ साल पहले आई सुनामी की बरसी के कार्यक्रम को रद्द कर रहा है। सुनामी त्रासदी की बरसी के इस कार्यक्रम में पिछले आठ वर्षों से प्रधानमंत्री, सांसद और अपने परिजनों को खोने वाले लोग शामिल होते हैं और राष्ट्रीय स्तर पर इसका प्रसारण होता है।
जापान का यह फैसला चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की यहां की प्रस्तावित यात्रा को टाले जाने के एक दिन बाद ही आया है। सरकार के वरिष्ठ प्रवक्ता योशिहिदे सुगा ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि वर्तमान हालात के हिसाब से हमें कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाने को लेकर काम करना चाहिए।
11 मार्च 2011 में आयी भयंकर सुनामी की त्रासदी में 18,500 से अधिक लोग मारे गए थे। प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने एक बयान में कहा, ‘‘मैं हृदय से शोकसंतप्त परिवारों, रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ हूं और उनके प्रति मेरी गहरी संवेदना है।’’ उन्होंने कहा कि 11 मार्च को दोपहर 2:46 बजे एक मिनट का मौन रखकर शोक जताया जाएगा।