लाइव न्यूज़ :

जानें इस देश के राष्ट्रपति के खिलाफ महिलाएं क्यों सोशल मीडिया पर शेयर कर रही हैं अपनी टांगों की तस्वीर

By अनुराग आनंद | Updated: December 18, 2020 16:00 IST

बेलारूस के राष्ट्रपति के खिलाफ कई महिलाएं स्टॉकिंग्स में अपनी टांगों की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर साझा कर रही है। जानें क्या है पूरा मामला...

Open in App
ठळक मुद्देकई महिलाओं ने विपक्ष द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले लाल व सफेद झंडे को पैरों में बांधकर तस्वीरें शेयर की हैं। रैली में शामिल होने के बाद नवंबर में किजिनकोवा को बेलारूस की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।

नई दिल्ली: बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेन्को के दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने के खिलाफ देश में कई जगहों पर प्रदर्शन हो रहा है। राष्ट्रपति ने देश भर में हो रहे प्रदर्शन से घबराकर पूर्व मिस बेलारूस ओल्गा किजिनकोवा को जेल भेज दिया है। 

यही वजह है कि पूर्व मिस बेलारूस ओल्गा किजिनकोवा को जेल से रिहा करने के लिए और उनके विचारों को समर्थन करने के लिए अलग-अलग तरह से बेलारूस में आंदोलन किए जा रहे हैं। 

आरटी डॉट कॉम के मुताबिक, कई महिलाएं स्टॉकिंग्स में अपनी टांगों की तस्वीरों को साझा कर रही है। कई महिलाओं ने राष्ट्रपति के खिलाफ विरोध जताने के लिए विपक्ष द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले लाल व सफेद झंडे को पैरों में बांधकर तस्वीरें शेयर की हैं। 

बता दें कि रैली में शामिल होने के बाद नवंबर में किजिनकोवा को बेलारूस की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद किजिनकोवा के समर्थन कार्यकर्ता अपनी लड़ाई को सड़क से सोशल मीडिया तक काफी सावधानी पूर्वक व विवेकपूर्ण तरीके से आगे बढ़ा रहे हैं। 

काफी संख्या में महिलाएं इस आंदोलन में सोशल मीडिया पर अपना समर्थन जता रही है। स्टॉकिंग्स पहने महिलाएं अपने पैर की तस्वीरें साझा कर रही हैं और साथ ही हैशटैग ‘I am Olga Khizinkova’ सोशल मीडिया पर लिख रही हैं।  

बता दें कि पिछले कुछ माह से लगातार हो रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनों की वजह से बेलारूस की स्थिति बिल्कुल खराब होती जा रही है। दरअसल, चुनाव में राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेन्को ने एक बार फिर से खुद के जीत का जैसी ही दावा किया तो देश भर में विपक्षी दलों व कुछ समाजिक संगठनों ने चुनाव प्रक्रिया में धांधली का दावा करते हुए विरोध करना शुरी कर दिया।

इस विरोध प्रदर्शन को कुचलने के लिए लगाए गए पुलिस अधिकारियों को फूल देकर आंदोलनकारियों ने एक संदेश देने का प्रयास किया। इस आंदोलन का नेतृत्व पुरुषों से आगे बढ़कर महिलाएं कर रही हैं।

टॅग्स :सोशल मीडिया
Open in App

संबंधित खबरें

विश्वसोशल मीडिया बैन, 16 साल से बच्चों पर लागू, फेसबुक, इंस्टाग्राम, किक, रेडिट, स्नैपचैट, थ्रेड्स, टिकटॉक, एक्स, यूट्यूब और ट्विच जल्दी हटाएं नहीं तो 3.29 करोड़ अमेरिकी डॉलर जुर्माना

ज़रा हटकेVIDEO: नशे में धुत लड़की ने बुलाई रैपिडो, बाइक पर बैठते ही गिरी; संभालने की कोशिश में जूझता दिखा ड्राइवर

ज़रा हटकेWATCH: रसगुल्ले के लिए घमासान, शादी समारोह में दूल्हा-दुल्हन के परिवारों के बीच मारपीट; बोधगया का वीडियो वायरल

टेकमेनियाएक्टिव सिम के बिना नहीं चलेगा आपका WhatsApp, केंद्र ने साइबर क्राइम रोकने के लिए नए नियम जारी किए

भारतसुप्रीम कोर्ट ने कॉमेडियन समय रैना को सफलता की कहानियों वाले दिव्यांग लोगों को शो में बुलाने और इलाज के लिए पैसे जुटाने का दिया निर्देश

विश्व अधिक खबरें

विश्वInternational Human Rights Day 2025: 10 दिसंबर को क्यों मनाया जाता है मानवाधिकार दिवस? जानें क्या है महत्व

विश्वट्रम्प की इससे ज्यादा बेइज्जती और क्या हो सकती है ? 

विश्वपाकिस्तान टूटने की कगार पर, 'सिंधुदेश' की मांग को लेकर कराची में भड़की हिंसा

विश्वसिंध प्रांतः हिंदू महिला और नाबालिग बेटी का अपहरण, 3 हथियारबंद शख्स ने घर से बाहर निकलते ही जबरन सफेद कार में बैठाया और...

विश्वमोहसिन नकवी के लिए बड़ी शर्मिंदगी! लंदन में पुलिस ने पाकिस्तान के मंत्री की कार की तलाशी ली, नेटिज़न्स ने अपनी प्रतिक्रिया दी | VIDEO