Bangladesh Protest: प्रदर्शनकारियों ने हिंदुओं के घरों पर हमले किए, रंगपुर शहर में दो हिंदू नेताओं की हत्या, अब तक 100 से अधिक मरे
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: August 5, 2024 13:59 IST2024-08-05T13:57:33+5:302024-08-05T13:59:34+5:30
प्रदर्शनकारियों ने रंगपुर शहर में दो हिंदुओं की हत्या कर दी। उन्होंने हिंदू अवामी लीग के नेता हराधन रॉय और उनके भतीजे पर हमला किया और उनकी हत्या कर दी। सोशल मीडिया पर ऐसी वीडियोज भी सामने आई हैं जिनमें हमलावरों को नोआखली में एक हिंदू घर में घुसने की कोशिश करते देखा गया।

विभिन्न हिस्सों में झड़प में 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है
Bangladesh Anti-Quota Protest: बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में झड़प में 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन अब इस प्रदर्शन ने सांप्रदायिक रूप भी ले लिया है। ग्लादेश के कुछ हिस्सों में हिंदुओं पर हमले की घटनाएं सामने आई हैं। बांग्लादेश के नोआखली जिले में कोटा विरोधी प्रदर्शन तेज़ हो गए हैं और प्रदर्शनकारियों ने हिंदुओं पर हमले शुरू कर दिए हैं।
The "anti-reservation" protest in Bangladesh has slowly turned into a civil war, and now innocent Hindus are being targeted.
— Mr Sinha (@MrSinha_) August 5, 2024
Yesterday, a Hindu leader Haradhan Roy & his nephew are brutally lynched.
The global left/IsIamic ecosystem has complete backing of this violent protest. pic.twitter.com/eLnOmEDaRu
प्रदर्शनकारियों ने रंगपुर शहर में दो हिंदुओं की हत्या कर दी। उन्होंने हिंदू अवामी लीग के नेता हराधन रॉय और उनके भतीजे पर हमला किया और उनकी हत्या कर दी। सोशल मीडिया पर ऐसी वीडियोज भी सामने आई हैं जिनमें हमलावरों को नोआखली में एक हिंदू घर में घुसने की कोशिश करते देखा गया।
Disturbing news coming in from #Rangpur district of #Bangladesh
— प्रीति चौहान (@chauhan_pritty) August 4, 2024
Anti-Quota protests have been turned into anti-Hindu violence.
Today, around 1 PM, Islamists murdered 2 Hindus in 4 no Ward under #Parshuram Police Station are of Rangpur town.
Islamists gheraoed Hindu Awami… pic.twitter.com/YiJP3jU0lI
बांग्लादेश के हालात देखते हुए भारत सरकार बांग्लादेश में शीर्ष अधिकारियों के संपर्क में है। सरकार ने भारतीयों और छात्रों को सलाह जारी की है। वहां फंसे भारतीयों को निकालने की कोशिशें भी जारी हैं। प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना के तत्काल इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
बता दें कि बांग्लादेशी 1971 के युद्ध में हिस्सा लेने वाले परिवारों को सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत कोटा दिए जाने का विरोध कर रहे हैं। हिंसा के कारण सुप्रीम कोर्ट ने कोटा घटाकर 5 फीसदी करने का फैसला किया था। लेकिन इसके बाद भी विरोध प्रदर्शनों का कोई अंत नहीं हुआ है और संकट हर दिन एक नया मोड़ ले रहा है।
Massive Rally in Andarkilla, Chittagong after a call for protest by the student movement, despite the rain#Students_In_Red#QuotaProtest#Bangladesh#RedForVictims#JulyMassacrepic.twitter.com/ChZWCf14b8
— Tamjidul Hoque🇧🇩 (@TamjidulH24v2) August 2, 2024
'एंटी-डिस्क्रिमिनेशन स्टूडेंट मूवमेंट' ने सोमवार को अपना "लॉन्ग मार्च टू ढाका" आयोजित करने की योजना बनायी थी। इसके कारण बांग्लादेश सरकार ने इंटरनेट को पूरी तरह बंद करने का सोमवार को आदेश दिया। सरकार ने इस हिंसा को आतंकी कृत्य कहा है। पीएम शेख हसीना ने कहा है कि आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। देश में सोमवार से तीन दिवसीय सामान्य अवकाश की घोषणा की गयी है। भारत ने बांग्लादेश में जारी हिंसा के कारण अपने सभी नागरिकों को अगली सूचना तक पड़ोसी देश की यात्रा न करने की सलाह दी है।