Bangladesh Political Situation live update: भारत के पड़ोसी देश अफगानिस्तान, पाकिस्तान और श्रीलंका के बाद बांग्लादेश में राजनीतिक हालात ठीक नहीं है। ताजा घटनाक्रम में बांग्लादेश में तख्ता पलट दिया गया है। आपको बता दें कि सबसे पहले 2021 में तालिबान ने अफगानिस्तान की संसद पर कब्जा कर लिया था। 2022 में श्रीलंका में जनता ने देश में विद्रोह कर दिया था और राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया था। एक मार्च 2024 को पाकिस्तान में इमरान खान समर्थक ने संसद को बाधित किया था। शाहबाज शरीफ के खिलाफ 'वोट-चोर' का नारा कर संसद में प्रदर्शन किया।
बांग्लादेश में हजारों प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को राजधानी ढाका में शेख हसीना के सरकारी आवास में लूटपाट और तोड़फोड़ की, उनके पिता मुजीबुर रहमान की प्रतिमा को हथौड़ों से तोड़ दिया और उनकी पार्टी के कार्यालयों में आग लगा दी। प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री के रूप में हसीना के जाने का जश्न मना रहे थे। हसीना (76) ने उनकी सरकार के खिलाफ हो रहे व्यापक प्रदर्शन के बीच इस्तीफा दे दिया।
बांग्लादेश में हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं। शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया। सेना ने खुद टेलीविजन पर हसीना की विदाई की घोषणा की और लोगों से हिंसा छोड़कर अपने घरों को लौटने का आग्रह किया है। सेना ने शांति बहाल करने की जिम्मेदारी संभाली है। शेख हसीना भारत आ चुकी हैं और अब लंदन जाने की योजना बना रही हैं।
पिछले महीने शुरू हुए ये विरोध प्रदर्शन, 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में लड़ने वालों के परिवारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण देने वाली कोटा प्रणाली को समाप्त करने की मांग के साथ शुरू हुए थे, जो बाद में सरकार विरोधी प्रदर्शनों में बदल गए। सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां द्वारा प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की घोषणा के बाद, देश भर में उत्साही भीड़ अपनी जीत का जश्न मनाने के लिए सड़कों पर उतर आई। हसीना के इस्तीफे के साथ ही सत्ता में उनके 15 साल का शासन समाप्त हो गया।
हजारों प्रदर्शनकारियों ने सैन्य कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए उनके सरकारी आवास पर धावा बोल दिया। हालांकि, वह अपने आवास पर नहीं थीं। वीडियो फुटेज में प्रदर्शनकारियों को राजधानी ढाका में हसीना के आधिकारिक आवास ‘गणभवन’ में तोड़फोड़ और लूटपाट करते हुए दिखाया गया है। वे गणभवन परिसर में हाथ हिलाकर जश्न मनाते देखे गए।
उनमें से कई लोग गणभवन का सामान लेकर जाते भी नजर आए। सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में प्रदर्शनकारी ढाका में हसीना के पिता एवं 1971 के मुक्ति संग्राम के नायक शेख मुजीबुर रहमान की प्रतिमा पर चढ़ते और हथौड़ों से उसे तोड़ते हुए नजर आए। धानमंडी और ढाका में हसीना की पार्टी अवामी लीग के कार्यालय को प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया और सरकार विरोधी नारे लगाए।
उनका विमान सोमवार को गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर उतरा। राजनयिक सूत्रों से पता चला कि वह बांग्लादेश वायु सेना के सी-130जे सैन्य परिवहन विमान से पहुंचीं। उनके विमान के उतरने के कुछ देर बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने उनसे मुलाकात की। माना जा रहा है कि डोभाल ने बांग्लादेश के हालात पर भारत के रुख के बारे में हसीना को जानकारी दी।
इस बीच सोमवार को बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने घोषणा की कि उन्होंने शेख हसीना का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। उन्होंने पूर्व प्रधान मंत्री खालिदा जिया की रिहाई का भी आदेश दिया है। जो कई मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद घर में नजरबंद हैं। शहाबुद्दीन ने संसद भंग कर अंतरिम सरकार के गठन की भी घोषणा की।
अवामी लीग के नेतृत्व वाली सरकार के अंत और नई सरकार के लिए प्रक्रिया की शुरुआत का प्रतीक है। बांग्लादेश में हिंसा के कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें प्रदर्शनकारी संसद और प्रधानमंत्री आवास में तोड़फोड़ करते दिख रहे हैं। प्रदर्शनकारियों को प्रधानमंत्री आवास से विभिन्न सामान ले जाते और संसद के अंदर नारे लगाते देखा गया।
उन्होंने राजधानी में गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल के आवास पर भी हमला किया और तोड़फोड़ की। उनके घर से धुआं निकलता भी देखा गया। सेना प्रमुख ने हसीना की सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के बीच एक नाटकीय घटनाक्रम में उनके इस्तीफे की घोषणा की।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को एक सर्वदलीय बैठक में बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी और सभी दलों के सर्वसम्मत समर्थन के लिए उनकी सराहना की। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में जयशंकर ने संसद भवन में हुई बैठक की तस्वीरें भी साझा कीं। विदेश मंत्री ने लिखा, “आज संसद में एक सर्वदलीय बैठक में बांग्लादेश के हालिया घटनाक्रमों के बारे में जानकारी दी।
इस दौरान जताए गए सर्वसम्मत समर्थन और तालमेल के लिए सभी दलों की सराहना करता हूं।” बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी हिंसक प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना के अचानक इस्तीफा देने और देश छोड़कर जाने से वहां अराजकता की स्थिति पैदा हो गई है।
हसीना सोमवार रात बांग्लादेशी वायुसेना के एक सी-130 जे सैन्य विमान से भारत पहुंचीं। बताया जा रहा है कि उनकी लंदन जाने की योजना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को इस मुद्दे पर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक की अध्यक्षता की।