(योषिता सिंह)
संयुक्त राष्ट्र/जिनेवा, तीन नवंबर विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को कहा कि भारत बायोटेक के कोवैक्सीन टीके को आपात उपयोग के लिए सूचीबद्ध करने की मंजूरी से टीकों की उपलब्धता बढ़ी है।
डब्ल्यूएचओ ने बुधवार को कोवैक्सीन को आपात उपयोग के लिए सूचीबद्ध किये जाने की घोषणा की।
डब्ल्यूएचओ की दवा और स्वास्थ्य उत्पादों तक पहुंच के लिए सहायक महानिदेशक डॉ मारियांगेला सिमाओ ने कहा, ‘‘आपात उपयोग के लिए सूचीबद्ध करने से टीकों की उपलब्धता बढ़ गयी है जो महामारी को समाप्त करने के लिए हमारे पास सबसे प्रभावी चिकित्सा साधन है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हमें जीत की घोषणा करने से पहले समस्त आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए दबाव बनाए रखना होगा और जोखिम वाले उन समूहों को प्राथमिकता देनी होगी जो अब भी अपनी पहली खुराक का इंतजार कर रहे हैं।’’
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रस अधानम घेब्रेयेसस ने कहा कि वह यह जानकर खुश हैं कि कोवैक्सीन को आपात उपयोग के लिए सूची में डाले जाने की मंजूरी मिली है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कोविड-19 से लड़ाई के लिए हमारे पास जितने उत्पाद होंगे, बेहतर होगा, लेकिन हमें उन वंचित समूहों को प्राथमिकता देने के लिए दबाव बनाकर रखना चाहिए जो अब भी पहली खुराक का इंतजार कर रहे हैं।’’
कोवैक्सीन के लिए मंजूरी के बाद डब्ल्यूएचओ की प्रमुख वैज्ञानिक सौम्या विश्वनाथन ने ट्वीट किया, ‘‘एक और टीके को डब्ल्यूएचओ के आपात उपयोग की सूची में डालने की मंजूरी मिली। भारत, भारत बायोटेक, आईसीएमआर और भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय को स्वेदशी टीके कोवैक्सीन के सफलतापूर्वक विकास और व्यापक टीकाकरण कार्यक्रम के लिए बधाई।’’
डब्ल्यूएचओ दक्षिण पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘भारत को उसके स्वदेश विकसित कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन को आपात उपयोग के लिए सूचीबद्ध किये जाने के लिए बधाई।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।