ऑस्ट्रेलियाई अखबार की रिपोर्ट में दावा: गलवान झड़प में नदी में बह गए थे 38 चीनी फौजी, बताए थे महज चार

By मनाली रस्तोगी | Published: February 3, 2022 12:32 PM2022-02-03T12:32:36+5:302022-02-03T12:43:53+5:30

जून 2020 में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच हुई हिंसक झड़प को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। ऑस्ट्रेलियाई अखबार 'द क्लैक्सन' की रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें चीन को हुए बड़े नुकसान को लेकर दावा किया गया है।

At least 38 Chinese soldiers drowned in river during Galwan Valley Clash 2020 report claims | ऑस्ट्रेलियाई अखबार की रिपोर्ट में दावा: गलवान झड़प में नदी में बह गए थे 38 चीनी फौजी, बताए थे महज चार

ऑस्ट्रेलियाई अखबार की रिपोर्ट में दावा: गलवान झड़प में नदी में बह गए थे 38 चीनी फौजी, बताए थे महज चार

Highlightsखोजी ऑस्ट्रेलियाई अखबार द क्लैक्सन में यह रिपोर्ट प्रकाशित हुई हैरिपोर्ट में दावा किया गया है कि जून 2020 में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच हुई हिंसक झड़प में 38 चीनी सैनिक नदी में बह गए थेरिपोर्ट में दावा किया गया है कि 15 जून की लड़ाई एक अस्थायी पुल निर्माण को लेकर शुरू हुई थी

नई दिल्ली: भारत और चीन के दरमियान जारी सीमा विवाद को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल, जून 2020 में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी। अब इसी झड़प को लेकर ऑस्ट्रेलियाई अखबार 'द क्लैक्सन' की रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें चीन को हुए बड़े नुकसान को लेकर दावा किया गया है।

एंथनी क्लान की विशेष रिपोर्ट है

बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई अखबार 'द क्लैक्सन' की रिपोर्ट एंथनी क्लान की विशेष रिपोर्ट है। रिपोट के अनुसार, भारत और चीन के बीच जून 2020 में हुई हिंसक झड़प में कम से कम 38 चीनी सैनिक मारे गए थे। हालांकि, चीन ने आधिकारिक तौर पर सिर्फ चार सैनिकों की मौत की बात कबूली थी। बता दें कि इस हादसे में भारत के भी 20 जवान शहीद हुए थे। वहीं, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 38 चीनी सैनिक हिंसक झड़प के दौरान नदी में बह गए थे।

इसके साथ ही रिपोट में चिंदी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो के कई यूजर्स के हवाले से रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उस रात कम से कम 38 चीनी सैनिक नदी के तेज बहाव में बह गए थे। मगर चीन द्वारा महज चार सैनिकों की मौत के बारे में ही बताया गया। रिपोर्ट में ये कहा गया कि जून 2020 में हुई उस हिंसक झड़प में क्या हुआ था और झड़प क्यों हो थी, इसके फैक्ट्स बीजिंग द्वारा छिपाए जा रहे हैं।

रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि दुनिया को चीन सिर्फ मनगढ़ंत कहानियां सुना रहा है। ऐसे में कई ब्लॉग और पेज को चीनी अधिकारियों द्वारा हटा दिया गया है। बता दें कि रिपोर्ट अज्ञात सोशल मीडिया शोधकर्ताओं के एक समूह द्वारा किए गए शोध पर आधारित है, जिनके स्रोतों में चीनी ब्लॉगर्स, मुख्य भूमि-आधारित चीनी नागरिकों से प्राप्त जानकारी और मीडिया रिपोर्ट शामिल हैं जिन्हें चीनी अधिकारियों द्वारा हटा दिया गया है।

कैसे शुरू हुआ था विवाद?

रिपोर्ट के अनुसार, 15-16 जून 2020 को गलवान में भारत और चीन के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस तरह से दोनों देश पिछले चार दशकों में पहली बार आमने-सामने आए थे। इस हिंसक झड़प में मारे गए सैनिकों की संख्या को चीन छिपाता रहा। हालांकि, चीन ने पिछले साल फरवरी में अपने चार सैनिकों को मरणोपरांत सम्मानित करने की घोषणा की थी। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई मीडिया रिपोर्ट में भी दावा किया गया है कि अपने चार सैनिकों की मौत की बात चीन ने कबूली थी।

रिपोर्ट में कहा गया कि जहां वांग नाम के सैनिक की मौत डूबने से हुई तो वहीं बाकी तीन संघर्ष के दौरान मारे गए। रिपोर्ट के अनुसार, गलवान नदी के एक सिरे पर 15 जून को भारतीय सैनिकों द्वारा बनाए गए एक अस्थायी पुल के बाद हिंसक झड़प शुरू हुई थी। भारत द्वारा पुल निर्माण का फैसला तब लिया गया था जब इस क्षेत्र में चीन ने अवैध रूप से निर्माण करना शुरू कर दिया था। साथ ही चीनी सेना ने यहां सैनिकों की संख्या भी बढ़ा दी थी।

क्या हुआ था 15 जून को?

रिपोर्ट में बताया गया कि चीन अप्रैल 2020 के बाद से लगातार भारत के साथ हुए समझौते का उल्लंघन कर रहा था। इस दौरान उसने बफर जोन में पेट्रोलिंग और अवैध निर्माण भी किया। ऐसे में चीन की गतिविधियों ओअर नजर रखने के लिए भारतीय सेना ने कर्नल संतोष बाबू के नेतृत्व में गलवान नदी पर पुल निर्माण का कार्य शुरू किया। मगर पुल निर्माण के विरोध में चीनी सैनिक आगे आ गए। इसी क्रम में इस पुल को तोड़ने के लिए 80 चीनी सैनिकों ने 6 जून को सामने आए, जिसके जवाब में 100 भारतीय सैनिक भी आगे आ गए। 

ऐसे में 6 जून को दोनों के बीच समझौता हुआ कि सेनाएं बाजार जोन में वापस जाएंगी, लेकिन चीन की ओर से इस समझौते का उल्लंघन किया गया। इस बीच संतोष बाबू 15 जून को भारतीय सैनिकों के साथ चीन की गतिविधियों को देखने आए तो चीनी सैनिकों ने उनपर हमला कर दिया, जिसके बाद दोनों सेनाओं के बीच हिंसक झड़प शुरू हो गई। हालांकि, झड़प में खुद को कमजोर होते देख चीनी सेना पीछे हट गई। मगर बाद में चीन ने नदी में उतरकर उसे अंधेरे में पार करने का फैसला किया, लेकिन नदी का बहाव तेज था, जिसकी वजह से चीनी सैनिक बह गए।

Web Title: At least 38 Chinese soldiers drowned in river during Galwan Valley Clash 2020 report claims

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