लाइव न्यूज़ :

ताइवान जलडमरूमध्य के ऊपर अमेरिकी विमान ने भरी उड़ान, चीन ने भेजे फाइटर जेट्स

By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: April 17, 2024 16:06 IST

चीन की सेना ने उड़ान को सार्वजनिक प्रचार बताया और कहा कि उसने अमेरिकी विमान की निगरानी करने और चेतावनी देने और कानून और नियमों के अनुसार इससे निपटने के लिए लड़ाकू विमान भेजे थे।

Open in App
ठळक मुद्देचीन लोकतांत्रिक रूप से शासित ताइवान पर संप्रभुता का दावा करता हैचीन की सेना ने उड़ान को सार्वजनिक प्रचार बताया चीन कहता है कि जलडमरूमध्य उसका अधिकार क्षेत्र है

नई दिल्ली: चीन की सेना ने बुधवार, 17 अप्रैल को बताया कि उसने संवेदनशील ताइवान जलडमरूमध्य के ऊपर उड़ान भरने वाले अमेरिकी नौसेना के गश्ती विमान की निगरानी और चेतावनी देने के लिए लड़ाकू जेट भेजे। यह मिशन चीनी और अमेरिकी रक्षा प्रमुखों के बीच एक कॉल के कुछ ही घंटों बाद हुआ था।

बता दें कि चीन लोकतांत्रिक रूप से शासित ताइवान पर संप्रभुता का दावा करता है और कहता है कि इस जलडमरूमध्य पर उसका अधिकार क्षेत्र है। जबकि ताइवान और संयुक्त राज्य अमेरिका का मानना है कि ताइवान जलडमरूमध्य एक अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग है।

क्षेत्र में तैनात अमेरिकी नौसेना के 7वें बेड़े ने बताया कि  पी-8ए पोसीडॉन समुद्री गश्ती और टोही विमान, जिसका उपयोग पनडुब्बी रोधी अभियानों के लिए भी किया जाता है, ने अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में जलडमरूमध्य के ऊपर से उड़ान भरी।

एक बयान में कहा गया, "अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार ताइवान जलडमरूमध्य के भीतर संचालन करके, संयुक्त राज्य अमेरिका सभी देशों के नौवहन अधिकारों और स्वतंत्रता को बरकरार रखता है। ताइवान जलडमरूमध्य से विमान का पारगमन एक स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।"

चीन की सेना ने उड़ान को सार्वजनिक प्रचार बताया और कहा कि उसने अमेरिकी विमान की निगरानी करने और चेतावनी देने और कानून और नियमों के अनुसार इससे निपटने के लिए लड़ाकू विमान भेजे थे। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के ईस्टर्न थिएटर कमांड ने एक बयान में कहा कि सैनिक हमेशा हाई अलर्ट पर रहते हैं और राष्ट्रीय संप्रभुता और सुरक्षा के साथ-साथ क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की दृढ़ता से रक्षा करेंगे।

दूसरी तरफ ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अमेरिकी विमान ने जलडमरूमध्य के माध्यम से दक्षिण की ओर उड़ान भरी और ताइवानी बलों ने स्थिति की निगरानी की लेकिन कुछ भी असामान्य नहीं देखा। 

बता दें कि अमेरिकी सैन्य जहाज और विमान महीने में लगभग एक बार संकीर्ण ताइवान जलडमरूमध्य से गुजरते हैं। यह चीन को पसंद नहीं है। ताइवान की सरकार चीन के संप्रभुता के दावों को खारिज करती है और कहती है कि केवल द्वीप के लोग ही अपना भविष्य तय कर सकते हैं। चीन ने ताइवान को अपने नियंत्रण में लाने के लिए बल प्रयोग से परहेज न करने की बात भी कही है।

टॅग्स :चीनअमेरिकाTaiwanAir Force
Open in App

संबंधित खबरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

विश्वTrump Health Report: व्हाइट हाइस ने जारी किया राष्ट्रपति ट्रंप का एमआरआई स्कैन, जानें हेल्थ रिपोर्ट में क्या आया सामने

विश्वअमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लिए दो तीखे लाल मिर्च..!

कारोबार‘आधी भारतीय’ मेरी ‘पार्टनर’ शिवोन जिलिस?, एलन मस्क ने कहा-बच्चे का नाम नोबेल पुरस्कार विजेता सुब्रमण्यन चंद्रशेखर के नाम पर शेखर रखा

विश्व1 December, 2025: नगालैंड भारत का 16वां राज्य बना, मार्टिन लूथर किंग जूनियर के नेतृत्व में अश्वेत आंदोलन?, एक दिसंबर की तारीख पर दर्ज महत्वपूर्ण घटनाएं

विश्व अधिक खबरें

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्वएलन मस्क की चिंता और युद्ध की विभीषिका