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व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया तो क्या करेगा अमेरिका? व्हाइट हाउस की 'टाइगर टीम' करेगी फैसला

By विनीत कुमार | Updated: March 24, 2022 09:15 IST

व्हाइट हाउस ने एक 'टाइगर टीम' तैयार की है जो युद्ध में यूक्रेन के खिलाफ रूस के उठाए जा रहे कदम पर नजर रख रही है। रूस अगर परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करता है तो अमेरिका को क्या करना चाहिए, इस पर भी टाइगर टीम गौर करेगी।

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ठळक मुद्देयुद्ध में यूक्रेन के खिलाफ व्लादिमीर पुतिन के हर कदम पर अमेरिका की 'टाइगर टीम' की नजर।अमेरिका ने रूस-यूक्रेन जंग के शुरू होने के चार दिन बाद बना ली थी ये विशेष 'टाइगर टीम'।

न्यूयॉर्क: यूक्रेन-रूस के जंग के बीच कई बार ये सवाल उठे हैं क्या व्लादिमीर पुतिन कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं। मसलन परमाणु या जैविक हथियारों से हमले की स्थिति बन सकती है? रूस ने अगर परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया तो अमेरिका की प्रतिक्रिया क्या होगी? इन सवालों के बीच एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि व्हाइट हाउस ने विशेष टीम बना रखी है जो ये फैसला करेगा कि अगर ऐसे हालात बने तो अमेरिका को क्या करना चाहिए।

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार व्हाइट हाउस ने इसे 'टाइगर टीम' नाम दिया है। इस टीम को ये जिम्मेदारी सौंपी गई है कि अगर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के खिलाफ चल रहे युद्ध में रासायनिक, जैविक या परमाणु हथियारों को इस्तेमाल करने का फैसला करते हैं, तो अमेरिका को कैसे प्रतिक्रिया देनी चाहिए। इस 'टाइगर टीम' में अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी शामिल हैं। 

रिपोर्ट के अनुसार इस तरह की एक टीम का बनना साबित करता है कि अमेरिका इस संभावना से इंकार नहीं कर रहा है कि पुतिन अपने परमाणु और जैविक हथियारों को पिछले करीब एक महीने से चल रहे युद्ध में इस्तेमाल में ला सकते हैं। 

अमेरिका ने 28 फरवरी को बना ली थी 'टाइगर टीम'

रिपोर्ट के अनुसार टाइगर टीम एक आपातकालीन कार्य बल है और इसे 28 फरवरी को बना लिया गया था। इसके मायने ये हुए पुतिन द्वारा यूक्रेन पर हमले की घोषणा के चार दिन बाद इसे तैयार कर लिया गया था। इसके गठन के बाद से टीम के सदस्य सप्ताह में तीन बार बैठक कर रहे हैं। 

रिपोर्ट में कहा गया है, 'टीम उन प्रतिक्रियाओं को भी देख रही है कि क्या रूस मोल्दोवा और जॉर्जिया सहित पड़ोसी देशों में युद्ध का विस्तार करना चाहता है। साथ ही इस पर भी जोर है कि बड़े पैमाने पर आने वाले शरणार्थियों के लिए यूरोपीय देशों को कैसे तैयार किया जाए।'

अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक व्हाइट हाउस के अधिकारी वास्तव में पुतिन की भविष्य की कार्रवाई को लेकर उलझन में भी हैं। उनका मानना ​​है कि पुतिन हताशा में कुछ ऐसा कर सकते हैं जो छोटे स्तर पर हो। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रूस द्वारा संभव है कि 'छोटे'  परमाणु बम का कोई उपयोग हो पर वह नाटो सदस्यों पर नहीं हो। इसका मतलब होगा कि 'सभी दांव बंद हैं।' लेकिन अमेरिका इस तरह की स्थिति पर कैसे प्रतिक्रिया देगा, इस पर अभी तक पर्दा है।

टाइगर टीम के सामने एक और बड़ा मुद्दा बढ़ते युद्ध के बीच अमेरिका की प्रतिक्रिया को लेकर है क्योंकि राष्ट्रपति जो बाइडन स्पष्ट कर चुके हैं कि अमेरिका अपने सैनिकों को यूक्रेन नहीं भेजेगा।

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